रायपुर। शहर के पांच इलाकों को कंटेनमेंट जोन में तब्दील कर दिया गया है। दो से अधिक कोरोना केस सामने आने की वजह से बूढ़ापारा, चौबे कालोनी, आमासिवनी तथा मोवा में दो इलाके को प्रतिबंधित किया गया है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर और ओमिक्रॉन की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार द्वारा मिली गाइडलाइन के बाद राजधानी को एलर्ट मोड़ पर रखा गया है।
प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही रायपुर जिले में भी कोरोना के मामले में तेजी नजर आने लगी है, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा सख्ती की प्रक्रिया शुरु की गई है। नियम के मुताबिक जिस इलाके में कोरोना के दो अथवा ज्यादा केस सामने आते हैं, उस इलाके के कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। प्रदेश में पिछले दिनों में रायगढ़ जिले के भूपदेवपुर के नवोदय विद्यालय के गर्ल्स हास्टल को कंटेनमेंट जोन बनाया गया था। वहां एक साथ डेढ़ दर्जन लोगों को संक्रमित पाया गया था।
बुधवार को प्रदेश में कंटेनमेंट जोन की दूसरी बड़ी कार्रवाई रायपुर जिले में की गई है। कलेक्टर सौरभ कुमार ने बूढ़ापारा के गोकुल चंद्रमा मंदिर रोड स्थित पंचवटी नगर, मितान विहार दलदल सिवनी मोवा, ग्रीन आर्चिड दलदल सिवनी मोवा, विधानसभा रोड स्थित आमासिवनी के सफायर ग्रीन तथा चौबे कालोनी में महाराष्ट्र मंडल के आसपास के इलाके में सामान्य आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया है।
केवल इमरजेंसी सेवा
कंटेनमेंट जोन में प्रवेश या निकलने के लिए केवल एक द्वार होगा। इसमें तैनात पुलिस अधिकारी फिजिकल डिस्टेंसिग सुनिश्चित करते हुए मेडिकल इमरजेंसी और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए आवागमन करने वाले सभी व्यक्तियों का विवरण एक रजिस्टर में दर्ज करेंगे। कंटेनमेंट जोन अंतर्गत सभी दुकानें, आफिस व वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यंत पूर्णत: बंद रहेंगे। केवल मेडिकल अथवा इमरजेंसी के दौरान लोगों की आवाजाही हो पाएगी।