बर्लिन। यूरोप में कोरोना महामारी की दूसरी लहर गहराती जा रही है। इससे निपटने के लिए कई यूरोपीय देशों में सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कवायद में जर्मनी में आंशिक लॉकडाउन सोमवार से चार हफ्तों के लिए प्रभावी कर दिया गया। नई पाबंदियों के तहत रेस्तरां, बार और सिनेमाहाल इस महीने के आखिर तक बंद रहेंगे। जबकि फ्रांस में महामारी तेज गति से बढ़ रही है। इस देश में पहले ही एक दिसंबर तक के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है। इन दोनों यूरोपीय देशों में रोजाना रिकॉर्ड संख्या में नए मामले पाए जा रहे हैं।
जर्मनी में महामारी से निपटने के लिए गत मार्च में पहली बार लॉकडाउन लगाया गया था। हालांकि दूसरी बार के लॉकडाउन में उतनी सख्ती नहीं की गई है, जितनी पहले दौर में की गई थी। इस बार स्कूल, गैर जरूरी कारोबार और सैलून खुले रहेंगे। इस देश में गत शनिवार को पहली बार 19 हजार से ज्यादा नए मामले पाए गए थे। जबकि सोमवार को 12 हजार 97 मामलों की पुष्टि की गई। जर्मनी में अब तक कुल पांच लाख 44 हजार कोरोना रोगी मिले हैं। इनमें से दस हजार से ज्यादा की मौत हुई है।
स्पेन में कर्फ्यू प्रभावी रखने को पुलिस कर रही गश्त
स्पेन में भी दूसरे दौर की कोरोना महामारी बढ़ गई है। इस पर अंकुश पाने के लिए देशभर में रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है। कर्फ्यू के दौरान पुलिस गश्त करती है। कैटेलोनिया क्षेत्र के पुलिस प्रमुख एडवर्ड सेलेंट ने कहा, ‘ये उपाय लोगों की जिंदगियों को बचाने के लिए किए जा रहे हैं।’ स्पेन में 12 लाख 60 हजार से ज्यादा मामले मिले हैं।
इंग्लैंड में भी दूसरा लॉकडाउन 5 नवंबर से 2 दिसंबर तक
इंग्लैंड में भी लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया गया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना के खतरे को देखते हुए देश में लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। लॉकडाउन की मियाद 5 नवंबर से शुरू होगी। पीएम जॉनसन के ऐलान के साथ ही इंग्लैंड में भी चार हफ्ते का लॉकडाउन लगाया जा रहा है। इसके तहत पब, रेस्तरां, गैर जरूरी दुकानें और दूसरी सुविधाओं के संचालन पर पाबंदी लगाई गई है। पीएम जॉनसन ने लॉकडाउन की घोषणा करते हुए कहा है कि इंग्लैंड में 5 नवंबर से 2 दिसंबर तक के लिए पाबंदियां रहेंगी।