बीजापुर। तेंदूपत्ता ठेकेदार से लाखों रुपये पैसे लेनदेन करने का सनसनीखेज आरोप पर पूर्व मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता महेश गागड़ा ने विधायक विक्रम मंडावी पर पलटवार किया है और कहा कि जो आरोप लगाया है उसे दस दिन के अंदर साबित करें अन्यथा मानहानि का दावा करेंगे। पूर्व मंत्री ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि विधायक को स्थानीय ग्रामीणों की मदद करने चाहिए। उल्टे ठेकेदार का प्रवक्ता बन रहे हैं। विधायक मंडावी ध्यान भटकाने के लिए इस तरह का आरोप लगा रहे हैं। गागड़ा ने कहा कि बीजापुर एसपी को आवेदन देकर इस विषय पर निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे।
ठेकेदार का प्रवक्ता बनकर निराधार आरोप लगा रहे हैं विधायक
बता दें कि भैरमगढ़ ब्लाक के इंद्रावती नदी तट पर बसे आदिवासी ग्रामीणों का तेंदूपत्ता तोड़ाई और वाहन से ढुलाई का भुगतान एक वर्ष से नही होने को लेकर ग्रामीणों ने पूर्व मंत्री से शिकायत की थी। विषय को लेकर डीएफओ से शिकायत की गई और भाजपा ने नेशनल हाइवे जाम कर विरोध भी किया था। जिसके बाद भी आज तक लाखों रुपये का भुगतान नहीं हुआ है। इसी विषय को लेकर विधायक ने गागड़ा पर पैसे लेनदेन का आरोप लगाया है।
विधायक के आरोप के बाद पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने पत्रकार वार्ता की और विधायक पर जमकर पलटवार करते हुए कहा विधायक आदिवासियों के हित में खड़ा न होकर ठेकेदार का प्रवक्ता बनकर निराधार आरोप लगा रहे हैं। विधायक को चुनौती है, वे आरोप सिद्ध करें। क्षेत्र में बन रही बुरी स्थिति से घबराकर उलजुलूल बयान दिया है। आरोप निराधार और हास्यप्रद है। विभाग, सरकार और पुलिस इनकी है, वे जांच करवाएं।
वहीं गागड़ा ने कहा भाजपा हितग्राहियों के हित में ज्ञापन, पुलिस, विभागीय, मीडिया, सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से लड़ रही हैं। लेकिन विधायक कहीं न कहीं ठेकेदार और डीएफओ को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। आंदोलन के बाद भी भुगतान नही हुआ है, इस पर विधायक चुप्पी क्यों साधे हैं। आगामी दिनों में डीएफओ कार्यालय घेराव आंदोलन को भटकाने के लिए इस प्रकार का आरोप लगा रहे हैं। गागड़ा ने बताया कि विधायक के आरोप पर पुलिस अधीक्षक को आवेदन दे रहा हूं। उक्त विषय पर निष्पक्ष जांच हो और जांच 10 दिन के भीतर हो, जांच में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। वहीं विधायक पर कहा कि विधायक अपने आरोप को साबित करे दस दिन के अंदर, नही हुआ साबित तो विधायक पर मानहानि का दावा करने की बात गागड़ा ने कही है।