वाशिंगटन। भारत के प्रति ‘नकारात्मक पश्चिमी धारणा’ पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ी बात कह दी है। सीतारमण ने कहा है कि भारत में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी है और यह आबादी केवल संख्या में बढ़ रही है। यदि ऐसी कोई धारणा है कि देश में सरकार के समर्थन से उनका जीवन कठिन बीत रहा है या कठिन बना दिया गया है, जो कि इन अधिकांश लेखों में निहित है, तो मैं पूछती हूं कि क्या भारत में ऐसा हो रहा है या कभी हो सकता है, क्या मुस्लिम आबादी भारत में कम हुई है। जबकि सच ये है कि 1947 की तुलना में मुस्लिम आबादी और बढ़ ही रही है, जो उसी समय बने पाकिस्तान के विपरीत है?
#WATCH | US: "Come have a look at what's happening in India rather than listen to perceptions being built by people who have not even visited at the ground and produce reports…": Union Finance minister Nirmala Sitharaman responds to negative Western ‘perception’ of India pic.twitter.com/47JybaNeys
— ANI (@ANI) April 10, 2023
वित्त मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में देख लीजिए। उस देश में हर अल्पसंख्यक की संख्या घट रही है और अल्पसंख्यक वहां कम हो रहा है। यहां तक कि कुछ मुस्लिम संप्रदायों को भी वहां से हटा दिया गया है। जबकि, भारत में, आप देखेंगे कि हर तरह का मुसलमान अपना जीवन अच्छी तरह से बिता रहा है। अपना व्यवसाय कर रहा है, उनके बच्चों को शिक्षा दी जा रही है, उन्हें फेलोशिप दी जा रही है।
आर्थिक व्यापार को लेकर वाशिंगटन डीसी में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी बात रखी और कहा कि डब्ल्यूटीओ (विश्व व्यापार संगठन) को और अधिक प्रगतिशील होना चाहिए। उसे सभी देशों को अधिक सुनना और अधिक निष्पक्ष तरीके से देखना चाहिए। इसे उन देशों की आवाज़ों को जगह देनी होगी जिनके पास कहने के लिए कुछ अलग है और न केवल सुनना बल्कि कुछ हद तक सुनना भी है।
महामारी के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पीआईआईई, वाशिंगटन डीसी में कहा, “यह भारतीय लोगों का खुद पर चुनौती लेने और घर पर हुई त्रासदियों के बावजूद अपने व्यवसाय को लेकर संजीदा रहने और उसे बेहतर करने का प्रयास है। “