आखिर क्यों करना पड़ा महिलाओं को अवैध शराब के खिलाफ हल्लाबोल

मैदान पर आबकारी विभाग के सुस्त रवैया से अवैध शराब कारोबारियों के हौसले बुलंद

Chhattisgarh Crimes

शिखादास/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स
पिथौरा। अवैध शराब का कारोबार प्रदेश सहित महासमुंद जिले के पिथौरा आबकारी विभाग परिक्षेत्र में बढ़ा फल फूल रहा है। शराब के अवैध कारोबारियो के हौसले कितने बुलंद हैं आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि ब्लाक मुख्यालय में स्थित आबकारी विभाग के कार्यालय से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर ही बेखौफ तरीके से अवैध शराब का कारोबार होता रहा है और जिम्मेदार विभाग बेखबर रहा।

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महिलाओं ने अगर इस अवैध शराब कारोबार के खिलाफ हल्ला नहीं बोला होता तो शायद ही बड़े सवैया में अवैध शराब के कारोबार का राज खुल पाता। आखिर महिलाए इस अवैध कारोबार के खिलाफ मुखर होकर सामने क्यों आई यह बढ़ा सवाल है। महिलाएं इस अवैध शराब के खिलाफ सामने नहीं आती अगर जिम्मेदार विभाग के अधिकारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी ईमानदारी सी करते। जानकारी अनुसार बड़े सवैयाकला मे बड़ो के साथ बच्चों को भी शराब ने अपने चंगुल में ले लिया था और गांव नशे के मकड़जाल में फसते जा रहा था जो महिलाओं के चिंता का सबब बनता जा रहा है।

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बताया जाता है कि इस अवैध कारोबार के खिलाफ शिकायत भी किया गया था पर जब कार्यवाही ना होते देख महिलाओं का सब्र का बांध टूट गया तब इस अवैध कारोबार के खिलाफ महिलाओं ने गुरुवार को हल्ला बोलते हुए महिलाओ ने महुआ दारू बनाने वाले को शराब सहित पकड़ा इस दौरान गाँव की महिलाए बड़ी संख्या में मौजूद रही। आखिर जिस विभाग के यह कार्यवाही करनी थी वह हांथ में हांथ बांध बैठा क्यूं रहा यह एक बड़ा सवाल हैं ?

प्राप्त जानकारी अनुसार बड़े सवैया कला मे महिलाओ ने 3 अगस्त को 3 घरों से महुआ दारू शराब पकड़ी लगातार शराब के धड़ल्ले से हो रही बिक्री से गांव के बच्चे भी हो रहे थे नशे के आदि इसलिए महिलाओं को अवैध कारोबार के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ा। हालाकि जहा से शराब पकड़ी गई है वहा कुछ कमरों में ताला लगा हुआ था और ग्रामीणों का बोलना था कि बंद कमरों में भी बड़ी मात्रा में शराब रखी हुई है।

पिथौरा लाखागढ़ से लगा हुआ मात्र कुछ ही दूर स्थित टेका पंचायत के गाँव सेवैयाकला मे अवैध दारू से कोहराम मचा हुआ था। बताया जाता हैं कि बंद कमरों का जब तक ताला नहीं खुलेगा तब तक नही हटने पर महिलाए अड़ी हुईं थी । महिलाओं का आरोप था कि कमरे में बड़ी मात्रा में शराब रखी है । आबकारी विभाग का काम महिलाओं को करना पड़ रहा है ।
अब सवाल यह उठता है कि शराब माफियाओं से किसकी सांठगांठ जो इतना बड़ा चैनल धड़ल्ले से गांव के बीचोंबीच चल रहा था ! गांव- गांव में इस तरह के अवैध कारोबार फलते फूलते रहें और जिम्मेदार विभाग अपनी आंखे इसी तरह मुंदते रहा तो गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का नारा कहि खो जाएगा इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता हैं।
इस मामले पर ग्रामीणों का कहना है कि लगातार पुलिस एवं आबकारी विभाग को सूचना एवं शिकायत के बावजूद कार्यवाही नहीं होता देख तब मजबूर होकर ग्रामीण महिलाओं को यह कदम उठाना पड़ा। महिलाओं द्वारा अवैध शराब कारोबार के खिलाफ उठाए कदम की सभी तरफ चर्चा है। वहीं दूसरी और यह भी चर्चा का विषय है कि मौके पर पहुंची पुलिस बल इतनी सक्षम नहीं थी की बंद कमरों को खुलवा सकें जिसका नतीजा यह हुआ कि एक अवैध शराब का बड़ा जखीरा का खुलासा होते होते रह गया।

अब बिकी शराब तो लगेगा 50 हजार का जुर्माना

इस मामले के बाद गांव में अब समूह ने निर्णयों को लिया किपूर्ण नशाबंदी की दिशा में महिलाओं ने कदम बढ़ा दिया है। महिला समूह की महिलाओं सामोहिक रूप से यह फ़ैसला किया है कि अगर गांव में कोई शराब बेचते पाया जाता हैं तो उसे पचास हजार जुर्माना लगाया जाएगा वहीं अगर इस अवैध कारोबार की जो सूचना देगा तो उसे दस हजार इनाम दिए जाने का निर्णय लिया गया हैं।

पिथौरा पुलिस ने तीन लोगों से जप्त किया 21 लीटर शराब

पिथौरा थाना प्रभारी शशांक पौराणिक ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना क्षेत्र अंतर्गत सवैया कला में अवैध रूप से हाथ भट्ठी का बना महुआ शराब के साथ तीन आरोपियो को गिरफतारकिया गया है। आरोपीयों से 21 लीटर शराब जप्त किया है। गिरफ्तार आरोपी परमानंद धुव पिता मेहेत्तर धुव से 09 लीटर, युवराज बघेल पिता हुसराज से 08 लीटर तथा हुसराज बघेल पिता लखन बघेल से 04 महुआ शराब जप्त किया गया तीनों आरोपी सवैयाकला के ही हैं।
आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 176/2023, अपराध क्रमांक 177/2023 -धारा 34(2) आबकारी एक्ट की कार्यवाही कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया