नवा रायपुर में ऑल इंडिया स्टील कॉन्क्लेव 2.0 का हुआ समापन, विश्वप्रसिद्ध बॉलीवुड लेखक और कवि जावेद अख्तर ने भी की शिरकत

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रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दो दिवसीय ऑल इंडिया स्टील कॉन्क्लेव 2.0 का आज सफलतापूर्वक समापन हुआ। नवा रायपुर के मेफेयर लेक रिसॉर्ट में आयोजित इस राष्ट्र स्तरीय स्टील कॉन्क्लेव के समापन कार्यक्रम में स्टील इंडस्ट्री के भविष्य और उनके लिए बनाई जा रही नीतियों पर विस्तार से चर्चा हुई। समापन कार्यक्रम में विश्वप्रसिद्ध बॉलीवुड लेखक और कवि जावेद अख्तर ने भी शिरकत की।

ऑल इंडिया स्टील कॉन्क्लेव के चेयरमैन रमेश अग्रवाल ने बताया कि यह आयोजन उम्मीद से कहीं बेहतर रहा। देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों से 1500 से अधिक डेलीगेट्स ने कॉन्क्लेव में हिस्सा लिया। दो दिनों तक 50 से अधिक वक्ता, नीति-निर्माता और प्रदर्शक एकत्र हुए और आगे की तकनीक, चुनौतियां, सरकार की नीतियों और अन्य विषयों पर विचार-विमर्श किया।

चेयरमैन रमेश अग्रवाल ने इस कॉन्क्लेव को सभी उद्योगपतियों के लिए लाभकारी बताया और कहा कि यहां बहुत से नए उद्योगपतियों से मिलने और उन्हें जानने का अवसर मिला, जिससे भविष्य में काम के लिए एक नई दिशा मिली है।

सीएम साय ने की थी कार्यक्रम की शुरुआत

गौरतलब है कि ऑल इंडिया स्टील कॉन्क्लेव 2.0 में शामिल होने के लिए 17 राज्यों से 1500 प्रतिनिधि राजधानी रायपुर पहुंचे थे। शुक्रवार, 10 जनवरी को मुख्यमंत्री साय के साथ मंत्री लखनलाल देवांगन और सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने दीप प्रज्वलन कर इस राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम की शुरुआत की थी।

कार्यक्रम में अपने उद्बोधन के दौरान सीएम साय ने कहा था कि विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए हम फौलादी इच्छाशक्ति के साथ काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2030 तक 300 मिलियन टन स्टील उत्पादन का लक्ष्य रखा है और इस लक्ष्य को पाने में छत्तीसगढ़ की सबसे अहम भूमिका होगी। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहा है। 17 राज्यों से आए 1500 प्रतिनिधि यहां दो दिन स्टील उद्योग की चुनौतियों और नए अवसर पर मंथन करेंगे। मुझे विश्वास है कि यहां हुई चर्चा स्टील सेक्टर के साथ ही छत्तीसगढ़ और देश की तरक्की को नई दिशा देगी। उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया स्टील कॉन्क्लेव 2.0 का आयोजन प्रदेश में स्टील उद्योग को तो प्रोत्साहित करेगा ही, एमएसएमई के लिए भी लाभकारी होगा।

मुख्यमंत्री साय ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में स्टील उद्योग के लिए काफी अवसर हैं। हमारे पास स्टील इंडस्ट्री के लिए जरूरी खनिज जैसे लोहा अयस्क और कोयला के साथ ही बिजली पर्याप्त मात्रा में है। हम स्टील उत्पादन में देश में तीसरे स्थान पर हैं। हमें गर्व है कि हमारा प्रदेश देश की इकोनॉमी का पावर हाउस है। उन्होंने नई औद्योगिक नीति के जरिए 5 लाख नए रोजगार सृजन के लक्ष्य की बात दोहराई और कहा कि यह आप सभी के सहयोग से ही पूरा होगा।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 और नई औद्योगिक नीति पर भी सरकार के विजन को साझा किया। सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 एक ऐसा नवाचारी प्लेटफॉर्म है, जिसके जरिए राज्य में उद्योग, व्यवसाय और स्टार्टअप को एक पोर्टल पर तमाम सुविधाएं मिल रही हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने कहा कि सरकार ने निवेश के लिए अनुकूल औद्योगिक नीति तैयार की है और इससे प्रदेश में निवेश आकर्षित हो रहा है।