आरंग के भानसोज हत्याकांड : नाबालिग का साथी निकला हत्यारा, चोरी का धान बना हत्या का कारण

Chhattisgarh Crimes

आरंग. ग्राम भानसोज में नाबालिग छात्र की हत्या करने वाले आरोपी को आरंग पुलिस ने महासमुंद जिले के डूमरपाली गांव से गिरफ्तार किया है. आरोपी हत्या करने के बाद अपने रिश्तेदार के यहां छुपा था. आरोपी कोई और नहीं बल्कि मृतक का साथी है. आरोपी और मृतक दोनों मिलकर गांव में धान चोरी करते थे. चोरी में हिस्सेदारी और नाम उजागर होने की डर से आरोपी 21 वर्षीय दुर्गेश निर्मलकर उर्फ महंगू ने रूपेंद्र निर्मलकर की गला दबाकर हत्या की थी.

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आरंग थाना प्रभारी कमला पुसाम ठाकुर ने बताया कि मृतक रूपेंद्र 15 दिसंबर को घर से लापता था. उसके परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट आरंग थाने में दर्ज कराई थी. गुम होने के तीसरे दिन 17 दिसंबर को रूपेंद्र का शव गांव के ही दलदल में मिला था. शव का पोस्टमार्टम कराने पर पता चला कि मृतक की गला दबाकर हत्या की गई है. इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी की पतासाजी में जुटी थी. पुलिस को जानकारी मिली कि मृतक को अंतिम बार गांव में रहने वाले उसके दोस्त दुर्गेश निर्मलकर उर्फ महंगू के साथ देखा गया था. पुलिस जब घर पहुंची तो वह घर से फरार था.

आरोपी दुर्गेश निर्मलकर ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि दोनों मिलकर गांव में धान की चोरी करते थे. चोरी के धान का ज्यादा हिस्सा आरोपी अपने पास रख लेता था और मृतक को कम धान देता था, जिसे लेकर दोनों में अक्सर विवाद होता था. मृतक गांव वालों को सच्चाई बताने की धमकी देता था. मृतक रूपेंद्र को आरोपी दुर्गेश के साथ घुमने के कारण अक्सर मृतक के माता पिता भी आरोपी को डांटते थे, जिसे लेकर आरोपी में गुस्सा था.

आरोपी और मृतक कुछ दिन पूर्व गांव में धान चोरी करने के उद्देश्य से एक किसान के ब्यारा में गया था और वह पकड़ा गया. पकड़े जाने की बात को मृतक ने आरोपी दुर्गेश को बताई. आरोपी ने पहचान उजागर होने के डर से रूपेंद्र का गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या के बाद साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से उसने शव को गांव में ही कटीले दलदल में फेंक दिया था. आरोपी दुर्गेश ने हत्या के 2 दिन पहले रूपेंद्र को मारने का प्लान बनाया था.

घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी दुर्गेश निर्मलकर साइकिल से रायपुर गया. उसके बाद पुलिस को गुमराह करने और पहचान छुपाने के लिए अपना सिर मुड़ा लिया और अपना मोबाइल फोन तोड़ दिया. आरोपी घटना के दिन रायपुर से वापस लखौली, कुकरा और नारा आया था. इसके बाद आरोपी महासमुंद जिले के खल्लारी थाना अंतर्गत ग्राम डूमरपाली चला गया, जहां वो अपने रिश्तेदार के यहां छुपा हुआ था.

भानसोज हत्याकांड की गुत्थी को आरंग पुलिस ने 4 दिन में ही सुलझा लिया. घटना के बाद से ही आरंग पुलिस अलर्ट मोड़ पर आ गई थी. थाना प्रभारी कमला पुसाम ठाकुर के नेतृत्व में साइबर क्राइम और आरंग थाना स्टाफ ने क्षेत्र के विभिन्न सीसीटीवी फुटेज खंगाले. साथ ही आरोपी के मोबाइल को ट्रेस किया. कॉल डिटेल में आरोपी द्वारा अपने रिश्तेदार से हैदराबाद जाने की बात कही थी, जिसके बाद पुलिस ने रायपुर बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, तेलीबांधा, पांडुका,दलदल सिवनी, खम्हारडीह, लखौली, रीवां और कुकरा में सघन तलाशी ली. इसके बाद पुलिस महासमुंद जिले के ग्राम डूमरपाली में आरोपी के रिश्तेदार के घर गई, जहां आरोपी छुपा था. आरंग पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर रायपुर न्यायालय में पेश किया.