यूके से आए यात्री कोरोना के नए स्ट्रेन के शिकार हैं या नहीं? जांचने के लिए की जाएगी जिनोम सिक्वेंसिंग

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नई दिल्ली। ब्रिटेन से भारत आने वाली उड़ानों पर लगा प्रतिबंध 22 तारीख की रात से लागू हो चुका है . लेकिन इससे ठीक पहले तक यानी प्रतिबंध की घोषणा और प्रतिबंध के लागू होने के बीच कुल 4 फ़्लाइट्स दिल्ली एयरपोर्ट आईं थीं. इनमें कुल 970 यात्री थे जिनका एयरपोर्ट पर ही कोविड टेस्ट हुआ. इनमें से 11 यात्री कोविड पॉजिÞटिव पाए गए हैं. इन सभी को दिल्ली के सरदार पटेल सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए रखा गया है.

कहीं इन 11 यात्रियों में यूके वाला वायरस तो नहीं है ?

दिल्ली एयरपोर्ट परिसर में मौजूद जीनस्ट्रिंग कोविड टेस्ट लैब की डाईरेक्टर डाक्टर गौरी अग्रवाल ने एबीपी न्यूज को बताया कि यूके से आए इन कोविड पॉजिÞटिव 11 यात्रियों के सैम्पल टेस्ट को नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) को भेजा गया है जहां इन सैम्पलों की जिनोम सिक्वेंसिंग की जाएगी जिससे पता चलेगा कि इनमें कोविड-19 का यूके वाला स्ट्रेन है या नहीं. इसकी रिपोर्ट आने में कम से कम दो हफ़्ते का समय लग जाएगा.

यात्रियों की होगी कांटैक्ट ट्रेसिंग

जीनस्ट्रिंग कोविड टेस्ट लैब ने 11 कोविड पॉजिÞटिव यात्रियों की रिपोर्ट एयरपोर्ट अथॉरिटी को दी है. अब एयरपोर्ट अथॉरिटी सरकार के साथ मिल कर इन यात्रियों की कांटैक्ट ट्रेसिंग भी करेगी. डर है कि आगे दो हफ़्ते बाद आने वाली इनके जिनोम सिक्वेनसिंग की रिपोर्ट में अगर ये यात्री कोविड के यूके वाले वायरस से प्रभावित पाए गए तो इनके साथ आए यात्रियों व इलाज के दौरान इनके सम्पर्क में आ रहे लोगों को भी संक्रमण का खतरा हो सकता है.

यात्रियों के लिए क्या हैं कोविड टेस्ट के नियम?

दिल्ली एयर पोर्ट पर विभिन्न देशों से आने वाले यात्री अगर 72 घंटे पहले तक की अपनी कोविड नेगेटिव रिपोर्ट दिखाते हैं तो उनका टेस्ट नहीं किया जाता. अन्यथा बाकी सभी यात्रियों का कोविड टेस्ट किया जाता है. लेकिन इनमें भी कुल 5 तरह के केस में यात्रियों को कोविड टेस्ट से छूट दी जाती है. इन 5 एग्जम्पशन्स में बुजुर्ग और प्रिगनेंट महिलाओं को भी टेस्ट से छूट मिल जाती है.