ट्रनों से शराब और गांजा तस्करों की धरपकड़ जारी, 30 बोतल शराब के साथ पकड़ाए दो तस्कर

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। मध्य प्रदेश के उमरिया से शराब की तस्करी कर ट्रेन से विशाखापट्टनम खपाने ले जा रहे दो तस्करों को रेलवे पुलिस ने दबोचा है। तस्करों के कब्जे से 30 बोतल अंग्रेजी शराब जब्त की गई। मामले में आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई कर दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया। जब्त शराब की कीमत एक लाख 78 हजार 770 रुपये बताई है। बता दें इससे पहले भी जीआरपी की टीम तीन अलग-अलग प्रकरणों में 10-10 बोतल अंग्रेजी शराब समेत तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

दरअसल, रेल एसपी धर्मेंद्र सिंह को लगातार शिकायत मिल रही थी कि ट्रेनों के जरिए शराब और गांजे की तस्करी की जा रही है। एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ट्रेनों की चेकिंग कर तस्करों को दबोचने के निर्देश दिए। इसके बाद डीएसपी रेल एसएन अख्तर के नेतृत्व में शराब और गांजा तस्करों की धरपकड़ करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में ट्रेन नंंबर 20808 हीराकुंड एक्सप्रेस के बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंचने में जीआरपी की टीम ने जनरल बोगी डी-2 में बैठे बिहार के औरंगाबाद जिले के नबीनगर थाना क्षेत्र के ग्राम फेसरा निवासी आरोपित विनय सिंह (50) और ग्राम चंद्रही, कस्मा (औरंगाबाद) के उपेंद्र सिंह (50) को पकड़ा गया। दोनों के बैग आदि की तलाशी लेने पर विभिन्ना ब्रांड की 30 बोतल अंग्रेजी शराब मिली।

ठेके की दुकान से खरीदी शराब, वहीं का कर्मचारी निकला

पूछताछ में आरोपित विनय सिंह ने बताया कि वह मध्य प्रदेश उमरिया के चंदिया स्थित शराब दुकान के मैनेजर बबन गुप्ता से शराब की बोतलें खरीदकर उसे ढाबा, होटलों में अधिक कीमत पर बेचने के लिए विशाखापट्टनम लेकर जा रहे थे। विनय भी उसी दुकान का कर्मचारी है। शराब ठेकेदार गगन दीप सिंह भाटिया की यह दुकान है।

धरपकड़ कार्रवाई में जीआरपी के उप निरीक्षक डीएन श्रीवास्तव, भूपेश राठौर, आरक्षक कलेश्वर सोनवानी, जीआरपी-आरपीएफ के सहायक उपनिरीक्षक एसएस बघेल, आरक्षक बैद्यनाथ ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई। रेल एसपी ने पूरी टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।