जयस्तंभ चौक स्थित SBI बैंक से ढ़ाई लाख की उठाईगिरी करने वाला गिरफ्तार

Chhattisgarh Crimes

रायपुर।राजधानी रायपुर में दिनदहाड़े बैंक के अंदर प्रवेश कर नगदी रकम चोरी करने वाले आरोपी एन.कृष्णा राजू रेड्डी को गिरफ्तार किया है. मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि प्रार्थी सलिल शुक्ला के द्वारा थाना मौदहापारा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा जयस्तंभ चैक रायपुर में सहायक महाप्रबंधक के पद पदस्थ है। दिनांक 19.02.2021 को अपरान्ह लगभग समय 16ः45 को कैश लेन देन काउंटर नं01 के हेड केशियर राजेश गायधने ने प्रार्थी के चैम्बर में आकर बताया कि कार्य के दौरान इन्होंने पाया कि 2,50,000 रूपये (दो लाख पचास हजार रूपये, 500रू के नोट कुल 500 नग) कम है, तब तुरंत काउंटर नं. 01 में उपस्थित जमा खाता धारक से पूछताछ कर शाखा के सी.सी.टीव्ही. फुटेज की पड़ताल की गयी जिसमें पाया गया कि एक अज्ञात व्यक्ति जो पीले रंग का शर्ट और हल्के नीले रंग का जींस व सिर में हल्के नीले रंग की टोपी पहना हुआ था अपरान्ह लगभग समय 15ः37 बजे केश लेन देन काउंटर नं 01 के टेबल में रखे 500रू नोट के 500 नग कुल 2,50,000 रूपये को चोरी कर ले गया है। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना मौदहापारा में अपराध क्रमांक 30/21 धारा 379 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

बैंक के अंदर हुये चोरी की घटना को पुलिस उपमहानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय अजय यादव द्वारा गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी एवं प्रभारी सायबर सेल रमाकान्त साहू को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सायबर सेल की टीम द्वारा अज्ञात आरोपी की पतासाजी प्रारंभ किया गया। टीम द्वारा घटना व आरोपी के हुलिये के संबंध में प्रार्थी, कैशियर एवं बैंक में कार्यरत अन्य बैंक कर्मियों सहित सुरक्षा गार्ड से विस्तृत पूछताछ किया गया। टीम द्वारा बैंक में लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरे में कैद आरोपी का फुटेज प्राप्त कर अज्ञात आरोपी को चिन्हांकित करने के प्रयास करने के साथ ही इस तरह के तरीका वारदात को अंजाम देने वाले पुराने आरोपियों की तस्दीक कर अज्ञात आरोपी के संबंध में तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा था। चंूकि पूर्व में भी इस तरह की घटना जिला राजनांदगांव के भारतीय स्टेट बैंक एवं जिला दुर्ग के सराफा दुकान में घटित हो चुकी थी जिस पर सायबर सेल रायपंुर की टीम द्वारा राजनांदगांव एवं जिला दुर्ग में हुये घटनाओं का भी सी.सी.टी.व्ही.फुटेज प्राप्त किया गया एवं रायपुर में हुये घटना के फुटेज तथा आई.टी.एम.एस. टीम की मदद से शहर में लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेज प्राप्त कर सभी फुटेज में दिख रहे अज्ञात व्यक्ति का मिलान कर लगातार विश्लेषण किया गया और अंततः अज्ञात आरोपी के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई तथा आरोपी को चिन्हांकित करने में सफलता मिली।

जिस पर टीम द्वारा भिलाई जिला दुर्ग निवासी आरोपी एन.कृष्णा राजू रेड्डी को पकड़कर प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा बैंक में प्रवेश कर अंदर से उक्त नगदी रकम को चोरी करना स्वीकार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह मूलतः जिला गंजाम उडीसा का निवासी तथा वर्तमान में सिविक सेंटर भिलाई जिला दुर्ग में रहकर कम्यूटर हार्डवेयर का काम करता है। घटना के पूर्व वह रायपुर आकर बैंक के अंदर व बाहर रेकी किया था तथा दिनांक घटना को मौका पाकर वह चोरी की घटना को अंजाम दिया था। आरोपी स्वयं का बचाव करने के उद्देश्य से घटना में दूसरे का मोबाईल फोन एवं मोटर सायकल का उपयोग करता था। आरोपी चोरी की घटनाआंें को कारित करने हेतु लगातार जिला रायपुर, दुर्ग एवं राजनांदगांव में बैंकों के अंदर बाहर घुम – घुम कर रेकी करता था।

आरोपी वर्ष – 2019 में जिला राजनांदगांव के थाना लालबाग क्षेत्रांतर्गत स्थित भारतीय स्टेट बैंक में भी बैंक अंदर प्रवेश कर नगदी 5,00,000/- रूपये चोरी किया था जिसमें आरोपी को चिन्हांकित नहीं कर पाने से प्रकरण में आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी थी। आरोपी द्वारा वर्ष 2011 में जिला दुर्ग के थाना कोतवाली क्षेत्रांतर्गत स्थित ज्वेलरी दुकान में भी चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था जिसमें आरोपी जेल निरूद्ध था। आरोपी एन. कृष्णा राजू रेड्डी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी की नगदी 1,50,000/- रूपये एवं घटना में प्रयुक्त होण्डा साईन मोटर सायकल क्रमांक सी जी/07/बी यू/7375 जप्त किया जाकर आरोपी को अग्रिम कार्यवाही हेतु थाना मौदहापारा के सुपुर्द किया गया। जिला राजनांदगांव के अम्बागढ़ चैकी में भी वर्ष – 2018 में बैंक के अंदर प्रवेश कर इसी तरीका वारदात के आधार पर लाखों की नगदी चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था। पुलिस को शक है कि उक्त आरोपी द्वारा ही चोरी की घटना को कारित किया गया है जिस संबंध में आरोपी से विस्तृत पूछताछ की जा रहीं है।