जंगल सफारी में जल्द मिलेगी नई सुविधा, बाड़े के पास बनेगा उद्यान

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रायपुर। एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित जंगल सफारी में पर्यटक अब शेर से पहले फूलों का दीदार कर सकेंगे। पर्यटकों को जल्द ही एक नई सुविधा मिलने जा रही है। सफारी में बनाए गए बाड़े के पास ही उद्यान बनाया जाएगा। इसमें जंगल सफारी प्रबंधन द्वारा विभिन्ना प्रकार के फूलों के पौधे लगाए जाएंगे। बाड़े में वन्य जीवों को देखने आने वाले पर्यटक शांति से बैठकर कुछ क्षण काट सकेंगे। बाड़े तक पहुंचने में समय लगता है, इसलिए पर्यटकों को उद्यान में ही आराम करने का मौका मिल जाएगा। सफारी प्रबंधन ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है।

जल्द ही उद्यान बनाने के लिए टेंडर जारी किया जाएगा। जंगल सफारी के एसडीओ विनोद सिंह का कहना है कि मुख्य गेट से बाड़े की दूरी अधिक है, इसलिए पर्यटकों के लिए वहां पर उद्यान बनाने का निर्णय लिया गया है। ज्ञात हो कि एशिया के सबसे बड़ी मानव निर्मित जंगल सफारी के अंदर चार अलग-अलग सफारी बनाई गई हैं। यहां वन्य जीवों को विचरण करते देखा जा सकता है।

ज्ञात हो कि जंगल सफारी में निमार्णाधीन बाड़े के पास ही तकरीबन दो एकड़ में विभाग द्वारा गार्डन बनाया जाएगा। गार्डन में पर्यटकों को बारिश से बचाने के लिए रेन सेल्टर तथा घास लगाई जाएगी। इसके साथ ही गार्डन में बनाई जाने वाली सड़क के दोनों किनारे में हेज लगाया जाएगा। उसके बाद गार्डन की खूबसूरती में चार चांद लगाने के लिए टेकोमा, बेलिया, गुलाब, गुलमोहर और चांदनी आदि के पौधे लगाए जाएंगे।

12 करोड़ में 10 बाड़े

प्रबंधन द्वारा पहले चरण में 19 बाड़ों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। बाकी बचे 18 बाड़ों का निर्माण कार्य किया जाना है। करीब तीन साल पहले कैंपा का फंड बंद होने की वजह से बाड़ों का निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा था, लेकिन अब शासन ने बाड़ों के लिए 12 करोड़ रुपये पास कर दिए हैं। इस राशि से अब 18 में से 10 बाड़े का निर्माण किया जाएगा। जंगल सफारी के अधिकारी ने बताया कि जू में 10 बाड़े का निर्माण कार्य किया जाना है, जिसमें लकड़बग्घा, ब्ल्यू बुल, काला हिरण, सांभर, लोमड़ी, जैकाल और चौसिंगा के लिए बाड़े का निर्माण किया जाना है। बचे आठ बाड़ों का निर्माण शासन से स्वीकृति मिलने के बाद होगा।

जंगल सफारी के समीप ही 50 हेक्टेयर में जू आकार ले चुका है। यहां नए बाड़े बनाए जा रहे हैं। बाड़े इस तरह से बनाए गए हैं कि बीच में कांच लगाया गया है, जिससे पर्यटकों को वन्य प्राणी शेर, बाघ, सफेद बाघ, मगरमच्छ और दरियाई घोड़ा करीब से देखने को मिलेगा।

जंगल सफारी में आने वाले पर्यटकों को घूमने के लिए गार्डन बनाने का निर्णय लिया है। इससे लोग शांति से बैठ सकें। गार्डन में तरह-तरह के फूल भी लगाए जाएंगे।
– विनोद सिंह ठाकुर, एसडीओ, जंगल सफारी