रायपुर। बस्तर में भाजपा नेताओं की टारगेट किलिंग के आरोपों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज पलटवार किया। रायपुर के नए सर्किट हाउस में Unified Command Meeting की बैठक के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान बघेल ने इस मामले में भाजपा को किसी भी केंद्रीय एजेंसी से जांच करा लेने की भी सलाह दी।
बता दें कि इस वर्ष अब तक (जनवरी से जून) बस्तर में भाजपा से जुड़े पांच नेताओं की नक्सली हत्या कर चुके हैं। इसके बाद से भाजपा सरकार के संरक्षण में पार्टी के नेताओं की टारगेट किलिंग का आरोप लगा रहे हैं। बघेल ने यूनिफाइड कमांड (Unified Command Meeting) की बैठक के बाद भाजपा के इन्हीं आरोपों का जवाब दिया।
बस्तर में टारगेट किलिंग के आरोपों से इनकार करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कहीं कोई टारगेट किलिंग नहीं हो रही है। भाजपा को यदि इस पर यकीन नहीं है तो किसी केंद्रीय एजेंसी से इसकी जांच करा ले।
नए सर्किट हाउस में आज मुख्यमंत्री बघेल ने गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू की मौजूदगी में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, डीजीपी अशोक जुनेजा और केंद्रीय सुरक्षा बलों के आला अफसरों के साथ (Unified Command Meeting) बैठक की। करीब दो घंटें चली इस बैठक के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आगामी चुनाव के दौरान सुरक्षा- व्यवस्था को लेकर बता हुई है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बैठक में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अधोसंरचना के विकास से जुड़े विभिन्न विषयों पर विस्तार से बात हुई है। बघेल ने नक्सली गतिविधियों में कमी आने का दावा करते हुए बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों के 75 नए कैंप खाले गए हैं। बघेल ने बताया कि सरकार अबूझमाड़ के अंदर तक पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद पर लगाम कसा है। राज्य के प्रभावित क्षेत्रों में 34 बड़े पुल- पुलिया के साथ करीब ढाई लाख किलोमीटर सड़कें बनाई गई है।
आगमी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री बघेल ने बताया कि बैठक में फोर्स को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। बघेल ने कहा कि बस्तर के अंदरुनी क्षेत्रों में हमने लोगों का दिल जीता है।