बस्तर कलेक्टर ने गाया हल्बी बोली में गाना

Chhattisgarh Crimes

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों बादल अकादमी में रिकॉर्डिंग स्टूडियो का शुभारंभ हो गया है। हालांकि, इससे पहले कलेक्टर विजय दयाराम के. ने इसी स्टूडियो में एक वीडियो एलबम भी शूट करवा लिया। जिसमें उन्होंने खुद हल्बी बोली में गाना गाया है। आदिवासी दिवस के मौके पर CM ने इस वीडियो एलबम का भी विमोचन किया है। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर और उनकी टीम को जमकर सराहा है।

दरअसल, IAS विजय दयाराम के. कर्नाटक के रहने वाले हैं। हाल ही में वे बस्तर जिले में पदस्थ हुए हैं। बताया जा रहा है कि, बस्तर की लोककला, संस्कृति को सहेजने के लिए यहां बादल अकादमी की स्थापना की गई थी। इस बादल अकादमी में अब रिकॉर्डिंग स्टूडियो भी बनकर तैयार हो गया है। सबसे पहला आमी आव बस्तरिया हल्बी गीत भी रिकॉर्ड किया गया। कलेक्टर ने खुद इसमें अपनी आवाज दी है।

बस्तर के बारे में है जानकारी

करीब 5 मिनट 53 सेकंड के इस वीडियो एलबम में बस्तर जिले की कला, संस्कृति, वेशभूषा, जंगल-पहाड़, खूबसूरत नजारे, चित्रकोट और तीरथगढ़ वाटर फॉल समेत अन्य खूबसूरती को दिखाया गया है। साथ ही इसमें स्थानीय कलाकारों को लिया गया है। बस्तर के अलग-अलग लोकेशन में वीडियो शूट हुआ है। आदिवासी दिवस में वीडियो लॉन्च होने के बाद अब सोशल मीडिया में भी जमकर वायरल हो रहा है।

लोगों को जानकारी देने का भी तरीका

बस्तर में रिकॉर्डिंग स्टूडियो की शुरुआत हो चुकी है। इस बात की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए भी वीडियो जारी करना एक तरीका था। जिससे स्टूडियो के बारे में ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार हो सके। ताकि संगीत में दिलचस्पी रखने वाले लोग रिकॉर्डिंग के लिए रायपुर या फिर अन्य प्रदेश न जाएं। उन्हें यह सुविधा खुद के ही जिले में मिले।

CM ने किया शुभारंभ

बादल रिकार्डिंग स्टूडियों के शुभारंभ के अलावा संगीत महाविद्यालय का शुभारंभ, बादल संस्था के त्रैमासिक पत्रिका का विमोचन, गोंडी, भतरी, हल्बी, धुरवा भाषा में संकलित लोकगीत पुस्तक का विमोचन, आमी आव बस्तरिया हल्बी गीत का विमोचन किया गया। साथ ही बादल संस्था में विभिन्न विधा में प्रदर्शन किए कलाकारों को मानदेय वितरण किया।