छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के खिलाफ और आक्रामक होगी भाजपा

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा विधायकों को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने दो टूक कह दिया है कि वे केवल कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार की बात न करें। सरकार का भ्रष्टाचार तथ्यों के साथ उजागर करें। उसे लोगों को बताएं। वहीं कोरोना काल के दौरान केंद्र सरकार ने क्या मदद की है यह भी बताया जाए। ऐसा इसलिए कि 2023 का विधानसभा चुनाव आते-आते कांग्रेस सरकार के खिलाफ जनमत तैयार किया जा सके।

केंद्रीय नेतृत्व का संदेश लेकर आए भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम ने गुरुवार को विधायक दल की बैठक में यह बातें साफ की। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के निवास पर आयोजित बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह समेत सभी 14 विधायकों के अलावा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय भी शामिल हुए। इस दौरान मुख्य रूप से सरकार में नीचे से ऊपर तक फैले भ्रष्टाचार की बात उठी। भाजपा विधायकों ने यह बात भी उठाई कि केंद्र सरकार की योजनाओं को राज्य में नाम बदलकर लागू किया जा रहा है। इसकी वजह से लोगों तक यह नहीं पहुंच रहा है कि इस योजना का फायदा भाजपा की वजह से मिल रहा है। रोजगार, शराबबंदी और धान खरीदी के बाद उसको भीगने को छोड़ देने का मामला उठा। विधायकों को सुनने के बाद राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम ने कहा, इन मामलों को जनता के बीच आक्रामक ढंग से ले जाना होगा। भ्रष्टाचार पर तथ्यों के साथ आरोप लगाने होंगे और सरकार को सड़क से सदन तक घेरना होगा। जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर जनता के बीच ही जाना होगा। कहा गया, कोरोना की वजह से अभी तक मामला वर्चुअल था। जैसे ही स्थितियां थोड़ी सुधरती हैं पार्टी को सड़क पर उतर कर सरकार का विरोध करना होगा। बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा, छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। सरकार केंद्रीय योजनाओं में भी गड़बड़ी कर रही है। ऐसे मुद्दों को आने वाले दिनों में उठाएंगे। सरकार की विफलता को जनता के बीच ले जाने की रणनीति बनी है।

रमन सिंह बोले, जन आंदोलन होगा

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा, सरकार दिवालिया होने के कगार पर है। सरकार में नीचे से ऊपर तक वसूली हो रही है। जनता के बीच आक्रोश है। वह सरकार बदलने को तैयार है। अब सवाल यह है कि इसे जनता के बीच ले जाकर जन आंदोलन किया जाए। उन्होंने कहा, अभी तक चीजें वर्चुअल चल रही थीं। अब फिजिकली आने-जाने का क्रम शुरू हुआ है। अगले सप्ताह से इसमें तेजी जाएगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक भ्रष्टाचार, केंद्रीय योजनाओं और नेताओं-कार्यकर्ताओं पर हो रही कार्रवाई के खिलाफ भाजपा अब अधिक आक्रामक होगी। सरकार से जुड़े भ्रष्टाचार के मुद्दों को खोदकर निकाला जाएगा। उनको जनता के बीच लेकर जाएंगे। जरूरत पड़ी तो अदालतों के जरिए भी सरकार को घेरने की कोशिश होगी। इसी सप्ताह विधानसभा के मानसून सत्र की अधिसूचना जारी होनी है। भाजपा की रणनीति सरकार पर पहले से अधिक तीखे हमले करने की है। इसके लिए विधायकों की विषयवार जिम्मेदारी तय की जा रही है। सवालों से लेकर स्थगन और ध्यानाकर्षण जैसे औजारों के जरिए भाजपा सदन में सरकार को असहज करने की कोशिश करेगी। बाद में इसे लेकर लोगों के बीच जाएगी।