बिलासपुर में थाने में भिड़ गए बीजेपी-कांग्रेस के नेता, दोनों पक्षों ने जमकर किया हंगामा

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कांग्रेस और बीजेपी नेता के बीच जमकर बहस हो गई। कथित सर्वे के बहाने सरकार के खिलाफ माहौल बनाने को लेकर रविवार को थाने में दोनों नेताओं के बीच जमकर हंगामा हुआ। दरअसल युवा मोहल्ले में जाकर घर-घर सर्वे कर रहे थे, जिन्हें भाजपा प्रायोजित सर्वे बताया जा रहा है। जानकारी मिलते ही कांग्रेस नेता वहां पहुंच गए और उन्हें पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।

सर्वेयर टीम के पकड़े जाने की खबर मिलते ही भाजपा नेता अमर अग्रवाल के समर्थक भी थाने पहुंच गए। इस दौरान थाने में ही दोनों पक्ष भिड़ गए और उनके बीच झूमाझटकी शुरू हो गई, जिसे पुलिस ने शांत कराया। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।

मसानगंज में दो युवतियां और एक युवक सर्वे के नाम पर घर-घर जाकर लोगों के पारिवारिक जानकारी जुटा रहे थे। इसकी जानकारी मिलते ही कांग्रेस नेता तैय्यब हुसैन वहां पहुंच गए और युवतियों से पूछताछ करने लगे। उन्होंने बताया कि वे निर्वाचन आयोग की अनुमति से एक मीडिया संस्थान के लिए सर्वे कर रही हैं। तैयब ने उनसे निर्वाचन आयोग का अनुमति पत्र मांगा। इस पर वे गोलमोल जवाब देने लगे। संदेह होने पर तैयब ने इसकी जानकारी सिविल लाइन थाने में दी।

मौके पर पहुंची पुलिस युवतियां और युवक को पकड़कर थाने ले आई। पूछताछ में पता चला कि रेशमी नवरंग (18) सरकंडा चिंगराजपारा की रहने वाली है। वहीं, छाया साहू (36) सीपत क्षेत्र के हरदाडीह और दीपक कुमार राजपूत सरकंडा के चांटीडीह मेलापारा का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि वे एक महिला के कहने पर सर्वे कर रही हैं। महिला ने ही उन्हें परिचय पत्र और अन्य दस्तावेज दिए हैं। शिकायत पर सही दस्तावेज नहीं दिखाने पर पुलिस ने उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की और समझाइश देकर उन्हें छोड़ दिया।

कांग्रेस नेताओं ने महिलाओं पर सर्वे के नाम पर राज्य सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार का आरोप लगाकर थाने में जमकर हंगामा मचाया और कार्रवाई की मांग की। पुलिस इस केस की जांच कर रही थी, तभी जानकारी मिलते ही भाजपा नेता और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के समर्थक मकबूल खान, प्रवीण दुबे और दस्तगीर भाभा सहित अन्य लोग पहुंच गए। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का विरोध करते हुए युवतियों को छोड़ने के लिए दबाव बनाने लगे।

थाने में कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी के बीच भाजपा नेताओं के पहुंचने पर दोनों पक्षों में आपस में ही विवाद शुरू हो गया। युवक-युवतियों को छोड़ने के लिए दबाव बनाने का कांग्रेसियों ने विरोध किया तो भाजपाइयों से उनकी झूमाझटकी और धक्कामुक्की शुरू हो गई। थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने दोनों पक्ष को अलग किया, जिसके बाद भी काफी देर तक थाने में हंगामा होता रहा।