भाजपा की खुफिया बैठक : मूणत, अमर अग्रवाल और प्रेमप्रकाश को बुलाया नहीं, टॉप 25 नेता तय कर रहे चुनावी रणनीति

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं की एक बैठक धमतरी के गंगरेल रिजॉर्ट में चल रही है। इस बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जमवाल, प्रदेश संगठन से प्रभारी नितिन नवीन शामिल हुए हैं। प्रदेश में आने वाले साल में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर यह बैठक अहम मानी जा रही है।

बैठक में कोर ग्रुप के अलावा 25 टॉप स्थानीय नेताओं को शामिल किया गया है। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक इस बैठक में आमंत्रण से ही नेताओं को बुलाया गया था । पूर्व मंत्री राजेश मूणत, अमर अग्रवाल और प्रेम प्रकाश पांडे को नहीं बुलाया गया । जबकि केदार कश्यप, गौरी शंकर अग्रवाल, विक्रम उसेंडी बैठक में आमंत्रित हैं।

बैठक में भाजपा आने वाले चुनाव में जातिगत समीकरणों और क्षेत्र के समीकरणों पर भी मंथन कर रही है। विकास मरकाम, विष्णुदेव साय, पुन्नूलाल मोहले, शालिनी राजपूत, संतोष पांडे, विजय शर्मा, ओपी शर्मा, किरण देव, नवीन मार्कंडेय, भरत लाल वर्मा, बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम जैसे नेताओं से रायपुर आए संगठन के नेता एक-एक कर पार्टी की आगामी गतिविधियों को लेकर बातचीत कर रहे हैं।

बैठक के बाद होगा बड़ा बदलाव

पिछले कुछ महीने से क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जमवाल छत्तीसगढ़ भाजपा में बड़े बदलाव करने के लिए चर्चा में आए । प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष जैसे चेहरों को बदला गया। प्रदेश महामंत्री, मीडिया विभाग, भाजयुमो जैसे घटकों में भी नए चेहरों को जिम्मेदारी दी गई। अब इस बैठक के बाद भी प्रदेश भाजपा में बड़ा बदलाव होने जा रहा है।

दरअसल जल्द ही प्रदेश के लगभग 22 जिलों में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष बदल दिए जाएंगे । नए चेहरों को मौका दिया जाएगा । इसका ऐलान भी जल्द किया जाएगा। जिलाध्यक्ष बदलने वाले जिलों में रायपुर भी शामिल है। मौजूदा अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी की जगह मूणत खेमे से आने वाले प्रफुल्ल विश्वकर्मा, ओंकार बस जैसे नेताओं को मौका दिए जाने की चर्चा है।

इस वजह से बैठक है खुफिया

भारतीय जनता पार्टी की तरफ से आमतौर इस तरह की बड़ी बैठकों की जानकारी सार्वजनिक की जाती है। सोच-समझकर रायपुर से बाहर बैठक की गई। जिनमें प्रदेश के टॉप लीडर्स के अलावा बाहर से आए संगठन के नेता हैं। इस बैठक को लेकर किसी भी तरह की जानकारी आधिकारिक तौर पर नहीं दी गई है। यहां तक की बैठक की तस्वीरें भी लेने से मीडिया को मनाही है। पार्टी के बड़े नेता इस बैठक को सामान्य बैठक बता रहे हैं।

इन मुद्दों पर चर्चा

गंगरेल रिजॉर्ट में हो रही बैठक में शराबबंदी, धर्मांतरण, आदिवासी आरक्षण, बिगड़ती कानून व्यवस्था, रोजगार जैसे मुद्दों पर चर्चा जारी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इन्हीं मुद्दों पर आगामी चुनाव में भाजपा कांग्रेस को घेरने का काम करेगी। बहुत मुमकिन है कि इस बैठक में आए नेताओं को अलग-अलग मुद्दों और कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाने की जिम्मेदारी भी दी जाएगी। ताकि आने वाले चुनाव में भाजपा को इसका फायदा मिल सके।

कांग्रेस ने पूछा चोरी-छिपे बैठक क्यों

प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा अब प्रतिबंधित संगठनों की तरह चोरी छुपे गोपनीय बैठक क्यों कर रही है। प्रदेश भाजपा को जनता को बताना चाहिए कि गंगरेल बांध के रिजॉर्ट में चल रही गोपनीय बैठक का एजेंडा क्या है। कहीं भाजपा प्रदेश की शांत धरा को अशांत करने के लिए कोई षड्यंत्र तो नहीं बनाने वाली ।