विकासखंड स्तरीय राज्य व्यापी पठन कार्यक्रम हुआ सम्पन्न

Chhattisgarh Crimes

किशन सिन्हा/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स

छुरा. छत्तीसगढ़ शासन, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा नवाचारी गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के बुनियादी साक्षरता कौशल को सुदृढ़ बनाया गया है। बुनियादी प्रशिक्षण के महत्वपूर्ण आयाम पठन कौशल को बेहतर बनाने हेतु राष्ट्रीय पठन अभियान अंतर्गत बच्चों में पढ़ने की आदतों को विकसित करने हेतु रूम टू रीड कार्यक्रम वृहद रूप से चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में विकासखंड स्तरीय राज्यव्यापी पठन कार्यक्रम संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि विकासखंड शिक्षा अधिकारी के. एल. मतावले थे।

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अध्यक्षता बीआरसी महेश राम साहू ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्राचार्य एन.सी. साहू, के.के. साहू, प्रदीप मिश्रा, प्रधानपाठक एन.आर. ठाकुर, एम.एल. साहू तथा पालकगण मंचासीन रहे। मां वीणापाणी शारदे के छायाचित्र पर कुमकुम, पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। सर्वप्रथम बीआरसी महेश राम साहू ने राज्य व्यापी पठन अभियान के मूलभूत उद्देश्यों को पटल पर रखा। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु शिक्षकों के द्वारा किए जा रहे प्रयासों को सर्वसाधारण तक पहुंचाने के लिए यह कार्यक्रम वृहद रूप से चलाया जा रहा है। विकासखंड शिक्षा अधिकारी के.एल. मतावले ने बच्चों में उत्साह का संचार करते हुए पूरे लगन से मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।

आगे कहा कि लक्ष्य निर्धारण कर आलस्य, नींद का त्याग कर मंजिल पाने के लिए सतत रूप से परिश्रम करने पर सफलता अवश्य मिलेगा। उन्होंने स्वच्छता पखवाड़ा अंतर्गत स्वच्छता तथा साक्षरता का शपथ भी दिलाया। बच्चों ने पठन कौशल का प्रदर्शन करते हुए हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत तीनों भाषाओं में फर्राटेदार पढ़ाई का शानदार नमूना प्रस्तुत किया। सभी बच्चों, पालको और उपस्थित शिक्षकों ने नैतिक शिक्षा, तकनीकी तथा ज्ञानवर्धक पुस्तकों का वाचन किया। संचालन वरिष्ठ शिक्षक एम.एल. सेन तथा आभार प्रदर्शन सह संबोधन प्राचार्य एन.सी. साहू ने किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ शिक्षक सी.आर. सिन्हा, एम.आर. देवांगन, समन्वयक शंकर लाल यदु, खोरबाहरा निषाद, प्रधानपाठक होरीलाल कुर्रे, योगेश्वरी बंजारे, व्याख्याता विनोद कुमार देवांगन, केशव प्रसाद साहू, शिक्षकगण अर्जुन धनंजय सिन्हा, फलेंद्र ठाकुर, चंद्रभूषण निषाद, संतोष निषाद, मानसिंह मारकंडे, श्रीमती बूंदा साहू, जमुना चंद्राकर, हेमा चंद्राकर, उर्मिला ध्रुव, सतरूपा कुर्रे, शीतल चंद्राकर, जीवेश देशमुख, कुणाल यादव, भूपेंद्र सिन्हा, बंधु, पीली बाई सहित 750 से अधिक संख्या में बच्चे, शिक्षकगण एवं पालकगण उपस्थित रहे।