जानकारी के मुताबिक, शंकरगढ़ ब्लॉक के जगिमा-पटना निवासी शिवकुमार यादव की पुत्री ललिता यादव प्रायमरी स्कूल कंजिया में कक्षा दूसरी की छात्रा है। पांच दिनों पूर्व वह स्कूल गई थी। स्कूल के हेडमास्टर हेरालुयुस टोप्पो ने ललिता यादव को दूसरे बच्चों के साथ बातचीत करते देखा तो आक्रोशित होकर डंडे से उसके पैरों में मारा। डंडे के वार से ललिता यादव के पैरों में दर्द होने लगा। रात तक उसका पैर सूज गया।
पंचायत बैठी, अंबिकापुर में इलाज ललिता यादव दूसरे दिन चलने-फिरने में असमर्थ हो गई तो उसके पिता शिव कुमार यादव ने पंचायत के सरपंच एवं अन्य ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी। सरपंच की मौजूदगी में पंचायत बैठी एवं हेडमास्टर हेरालुयुस टोप्पो को बच्ची का इलाज कराने के लिए कहा गया। हेरालुयुस टोप्पो ने कहा कि वह बच्ची के इलाज का खर्च दे देगा।
शंकरगढ़ PHC में छात्रा के पैरों की जांच कराई गई। वहां से उसे अंबिकापुर रेफर कर दिया गया। परिजन उसे लेकर अंबिकापुर संजीवनी हॉस्पिटल पहुंचे। यहां बच्ची के पैरों को एक्स-रे किया गया, जिसमें उसके पैरों में फ्रैक्चर आना बताया गया। बच्ची को हॉस्पिटल में दाखिल किया गया है। यहां तीन दिनों से उसका उपचार किया जा रहा है।
परिजन बोले-10 हजार खर्च, शिक्षक ने नहीं दिया पैसा छात्रा के पिता शिव कुमार यादव ने बताया कि हॉस्पिटल में जांच एवं दवाओं में अब तक करीब 10 हजार रुपये खर्च हो गया है। हेडमास्टर ने खर्च देने का आश्वासन दिया है। वे उपचार के लिए अंबिकापुर आ गए थे, इसलिए कहीं शिकायत नहीं की गई है। वे चाहते हैं कि हेडमास्टर इलाज का खर्च वहन करे।
BEO बोले- नहीं आई है शिकायत शंकरगढ़ बीईओ जय गोविंद तिवारी ने कहा कि मामला सुनने में आया है, लेकिन कोई शिकायत अब तक उनके पास नहीं पहुंची है। शिकायत पहुंचती है तो शिक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
शंकरगढ़ थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल ने बताया कि स्कूल में मारपीट की कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलेगी तो मामले की जांच की जाएगी।