छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के भंवर गणेश मंदिर में स्थापित प्राचीन गरुड़ भगवान की मूर्ति एक बार फिर चोरी हो गई

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के भंवर गणेश मंदिर में स्थापित प्राचीन गरुड़ भगवान की मूर्ति एक बार फिर चोरी हो गई है। काले ग्रेनाइट की बनी बेशकीमती मूर्ति 10वीं शताब्दी की है। इससे पहले भी यह मूर्ति पांच बार चोरी की जा चुकी है। यह मामला मस्तूरी थाना क्षेत्र का है। मल्हार के पास इटवा पाली गांव में भंवर गणेश मंदिर के नाम से प्रचलित मंदिर है, जहां प्राचीनकालीन गरुड़ मूर्ति स्थापित की गई थी। सोमवार की सुबह मंदिर के अंदर गर्भगृह में स्थापित मूर्ति का आधा हिस्सा गायब मिला। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने सरपंच और कोटवार को दी, जिसके बाद वारदात की जानकारी पुलिस को दी गई। पिछले साल मूर्ति को खंडित कर ले गए थे चोर

 

ग्राम इटवा पाली स्थित भंवर गणेश मंदिर में करीब साल भर पहले भी चोरी की वारदात हुई थी। तब चोरों ने गरुण की तीन फीट ऊंची प्रतिमा को खंडित कर तोड़ दिया था और आधा हिस्सा चोरी कर ले गए थे। पुलिस अब तक न तो उस मूर्ति का पता लगा पाई है और न ही चोरों को पकड़ा जा सका है। अब आधा हिस्से को भी चोरों ने उखाड़कर पार कर दिया।

 

जिले में प्राचीन मूर्तियों की नहीं है सुरक्षा

 

मल्हार और आसपास कई प्राचीन मंदिरों के अवशेष मिले हैं, जिनमें भंवर गणेश मंदिर और यहां स्थापित ग्रेनाइट से बनी गरुड़ भगवान की मूर्ति भी है। लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन और पुरातत्व विभाग ने अब तक इनकी सुरक्षा को लेकर कोई उपाय नहीं किए हैं।

 

इसके कारण लगातार मूर्ति चोरी हो रही है। वहीं, SSP रजनेश सिंह का कहना है कि इस तरह के धार्मिक स्थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने जाने चाहिए, ताकि कोई भी संदिग्ध गतिविधियों की पुलिस जांच कर सके।

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