लगातार जनता के विरोध के बाद 29 अगस्त से बूढ़ातालाब की विवादित चौपाटी शुरू हो गई है। तालाब के पाथवे का एक बड़ा हिस्सा चौपाटी की गुमटियों और टेबल-कुर्सी ढक गया है। जनता की शिकायत पर रविवार सुबह मेयर मीनल चौबे और मेयर इन काउंसिल के सदस्य बूढ़ातालाब निरीक्षण करने पहुंचे।
पार्किंग और सफाई व्यवस्था के बिना संचालित हो रही चौपाटी की दुकानों को नगर निगम टीम ने सील कर दिया है। इस कार्रवाई के दौरान मेयर ने खुद अपने सामने दुकानों को सील करवाया है। मेयर ने कहा जनता जो चाहेगी बूढ़ातालाब में वही होगा। मार्निग वॉक पर आने वाले लोगो को भी रोका जा रहा
निरीक्षण के दौरान मॉर्निग वॉक पर आने वाले लोगो ने मेयर से शिकायत की पाथवे पर एक तरफ घूमने-फिरने के और आने लोगों को गार्ड और उसने ठेकेदार रोकते है। जिसके बाद मीनल ने वहा मौजूद ठेकेदार के फटकार लगाई । वही ऐसी शिकायत दोबारा नहीं आने की बात कही है।
नगर निगम के नियमों का करना होगा पालन
मेयर को चौपाटी के संचालकों ने फोन पर बताया कि पर्यटन विभाग की ओर से उन्हें दुकान संचालन की अनुमति है। लेकिन महापौर ने कहा है कि नगर निगम सीमा होने की वजह से निगम के नियमों का पालन करना होगा। वही इस दौरान उन्होंने दानी गर्ल्स स्कूल का हवाला देते हुए कहा कि स्कूल के पास किसी भी तरह की व्यवसायिक गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 8 बजे बंद होने वाली सड़क देर रात तक खुलने लगी
पिछले 3-4 दिनों से बूढ़ातालाब दुर्गा मंदिर से चांदनी चौक जाने वाली सड़क जो रात 8 बजे बंद हो जाती थी वह देर रात तक खुलने लगी है। काग्रेस के नेता कन्हैया अग्रवाल ने अपने सोशल मीडिया में वीडियो पोस्ट कर लिखा कि नई सरकार बनते ही दानी स्कूल परिक्रमा मार्ग प्रारंभ करने का छिपा एजेंडा सामने आया। ये खेल किसके फायदे के लिए ? किस ताकतवर शख्स के सामने झुकी सरकार , बेटियों की सुरक्षा को ताक पर रखकर चौपाटी खोलने की अनुमति दी गई है।
दानी गर्ल्स स्कूल और डिग्री गर्ल्स कालेज की प्राइवेसी दांव
जिस समय चौपाटी का निर्माण कार्य चल रहा था उस दौरान जनता लगातार इसका विरोध कर रही थी। कांग्रेस के नेताओं ने भी मौके पर जाकर चौपाटी खुलने का विरोध किया था। लोगों का कहना है कि चौपाटी खुलते ही आने वाले लोग यहां गाड़ियां खड़ी कर रहे हैं।
इस सड़क के ठीक पीछे दानी गर्ल्स स्कूल और डिग्री गर्ल्स कालेज हैं। लड़कियों की सुरक्षा और प्राइवेसी के खतरे को लेकर इसका विरोध किया जा रहा है। इसके बावजूद गुपचुप तरीके से इसे खोल दिया गया।