घायल राम वर्मा का इलाज फिलहाल भिलाई के स्पर्श अस्पताल में चल रहा है। परिजनों ने बताया कि, डॉक्टरों के अनुसार उनकी रीढ़ की हड्डी पूरी तरह टूट चुकी है। फेफड़े भी गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं और फिलहाल दोनों पैर काम नहीं कर रहे। हालत नाजुक बनी हुई है और डॉक्टर लगातार इलाज में जुटे हैं। जिम्मेदार लाइनमैन गायब
घटना के बाद जिम्मेदार लाइनमैन संतोष तिवारी का फोन लगातार बंद आ रहा है। विभाग के भीतर भी सवाल उठ रहे हैं कि अनुभवहीन कर्मचारी को इतना जोखिम भरा काम क्यों सौंपा गया। बिना बिजली बंद कराए ट्रांसफॉर्मर पर चढ़ाने की अनुमति कैसे दी गई। घटना के बाद से तिवारी के लापता होने से परिजन आक्रोशित हैं।
परिजनों ने कहा- जिसे काम नहीं आता था, उसे ट्रांसफॉर्मर मेंटेनेंस में लगाया
दैनिक भास्कर से बात करते हुए पीड़ित के परिजनों ने बताया कि, मामा डेढ़ महीने पहले ही वहां काम करने गए थे। वे इस काम को बेहतर तरीके से जानते भी नहीं है। उन्हें ट्रांसफॉर्मर के मेंटेनेंस के लिए बिना किसी सुरक्षा के चढ़ा दिया गया।
न तो बिजली काटी और न ही सुरक्षा को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम किए। करंट लगने से वो नीचे गिर गए। हादसे के बाद संतोष तिवारी गायब है। न कार्यालय में है और न ही उसका फोन चालू है।