दरअसल, मंगल भवन में आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष चंद्रमणि देवपाल पैकरा और जिला पंचायत सदस्य लवकेश पैकरा को मंच पर स्थान नहीं दिया गया। आमंत्रण पत्र में जिला पंचायत सदस्य लवकेश पैकरा का नाम भी शामिल नहीं था। इस पर दोनों जनप्रतिनिधियों ने प्रोटोकॉल उल्लंघन का आरोप लगाया। उन्होंने मंच पर बैठने से इनकार कर दिया। इसके बजाय वे नीचे बैठकर अधिकारियों के रवैये का विरोध करते रहे।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने नाराजगी जाहिर की
जिला पंचायत अध्यक्ष ने मंच से अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों का अपमान स्वीकार नहीं किया जाएगा। अधिकारियों के गुटबाजी या प्रोटोकॉल की अनदेखी करने पर सख्त कार्रवाई का चेतावनी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कोई राजनीतिक मंच नहीं है, जहां अफसर अपनी मर्जी से काम करें।
बीपीओ का व्यवहार अपमानजनक
वहीं, अब कार्यक्रम के बाद बीपीओ राकेश मोहन मिश्रा और शिक्षकों के बीच गाली-गलौज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। शिक्षकों का कहना है कि बीपीओ का व्यवहार अपमानजनक था, जिससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं।
विधायक से कार्रवाई की मांग
शिक्षकों ने विधायक शकुंतला सिंह पोर्टे से मिलकर बीपीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनका आरोप है कि बीपीओ का रवैया लंबे समय से आपत्तिजनक रहा है। इस घटना ने स्थिति को और गंभीर कर दिया है। इसके अलावा उनकी मांग है कि स्कूलों में शैक्षणिक व्यवस्था को सुचारू करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।