प्रोजेक्टर के जरिए आरक्षकों को ई-समंस की तामिली की प्रक्रिया समझाया गया। सभी आरक्षकों को ई-समंस एप्लिकेशन इंस्टॉल करने और कोर्ट से मिली समंस का ऑनलाइन पालन करने के निर्देश दिए गए। साथ ही ई-समंस की तामिली या अदम तामिली की जानकारी समय पर पोर्टल पर अपडेट करने के निर्देश भी दिए गए।
मुख्य न्यायाधीश ने शुरू किया था डिजिटाइजेशन प्रोग्राम
25 जून 2025 को मुख्य न्यायाधीश, उच्च न्यायालय बिलासपुर ने जांजगीर-चांपा जिला न्यायालय में डिजिटाइजेशन प्रोग्राम शुरू किया गया था। तब से कोर्ट से सीधे थानों को ई-समंस और जमानतीय वारंट ऑनलाइन भेजे जा रहे हैं। पुलिसकर्मी मोबाइल ऐप के जरिए तामील कर, फोटो लेकर सीधे कोर्ट के CIS पोर्टल पर अपलोड कर रहे हैं।
अब तक 105 ई-समंस वारंट तामील किए गए
जांजगीर-चांपा जिले में अब तक 105 ई-समंस और जमानतीय वारंट तामील किए जा चुके हैं। एसपी ने बैठक में ई-समंस प्रक्रिया में आ रही तकनीकी और व्यावहारिक दिक्कतों का समाधान भी सुझाया। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली भारत सरकार के क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को डिजिटल बनाने का हिस्सा है।