दानीकुंडी गांव में मोहन यादव खेत जा रहे थे, तब भालू ने उन पर हमला किया। साल्हेकोटा गांव में किसान श्रीराम नागेश पर तीन भालुओं ने हमला कर दिया। खेत जा रहे किसान पर हमला
करगीकला गांव में किसान भिखारी लाल खेत जा रहे थे, तब वे भी भालू के हमले का शिकार हुए। पिपरिया गांव में रात के समय सुमित्रा नाम की महिला पर भालू ने हमला किया। इन हमलों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
ग्रामीण कह रहे हैं कि वन विभाग को सूचना देने के बाद भी अमला समय पर नहीं पहुंचता। घायलों को तुरंत सहायता नहीं मिलती। कई बार तो विभाग को हमले की जानकारी 8 दिन तक नहीं मिलती।
मरवाही वनमंडल को ‘भालू लैंड’ के नाम से जाना जाता है। लेकिन लगातार हो रहे हमलों से ग्रामीण दहशत में है।