इसके बाद बाप-बेटे घर लौट गए। कुछ देर बाद बेटे की तबीयत बिगड़ने लगी। परिजन उसे लेकर फौरन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। जहां उसका आईसीयू में इलाज चल रहा था। बुधवार रात की उसकी मौत हो गई। परिजन शव लेकर अंबिकापुर से बलरामपुर के लिए रवाना हो गए हैं।
नहीं मिली है शिकायत, जांच कराएंगे-सीएमएचओ
बलरामपुर CMHO डॉ. बसंत सिंह ने कहा कि मामले की जानकारी नहीं मिली है। शिकायत आती है, तो मामले में जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आशंका है कि इंजेक्शन के रिएक्शन के कारण बच्चे की हालत बिगड़ी। उसे कौन सा इंजेक्शन लगाया गया था, इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है। जांच की जा रही है। झोलाछाप डॉक्टर और मेडिकल स्टोर के भरोसे मरीज
जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति दुरुस्त नहीं है। इसके कारण लोग बीमार होने पर झोलाछाप डाक्टरों से इलाज करा रहे हैं। पहले भी झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से मौत के मामले सामने आ चुके हैं। जिला मुख्यालय में करीब आधा दर्जन मेडिकल स्टोर में लोगों का इलाज किया जाता है।