आज (गुरुवार) सुबह, भारी बारिश के चलते नाला उफान पर था, जिससे सामान्य मार्ग बाधित हो गया था। ऐसे में परिजन और ग्रामीणों ने शव को एक प्लाईवुड की चादर पर रखकर नीचे ट्यूब लगाई और उसे तैराते हुए नाले के पार पहुंचाया। इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए उनके ससुराल भवरगढ़ ले जाया गया। शव को ले जाना था ससुराल
दरअसल, छेरकाडीह गांव के बीचोंबीच नाला पड़ता है। एक ओर स्कूल, दुकानें हैं। जबकि दूसरी ओर भी कुछ ग्रामीण रहते हैं। इसी हिस्से में टिकेश्वरी निषाद का परिवार रहता है। मौत के बाद उसके शव को ससुराल ले जाना था। लेकिन नाले का जलस्तर बढ़ने से लोगों को परेशानियों हो रही थी।
निजी वाहन से अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया
हालांकि, बाद में वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर ट्यूब और प्लाईवुड का सहारा लिया गया। प्लाईवुड पर शव को रखकर नाला पार किया गया। जिसके बाद निजी वाहन से डेथ बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। मांग के बाद भी नहीं बन पाया पुलिया
ग्रामीणों ने बताया कि नाले पर पुलिया निर्माण की मांग कई बार की गई है। लेकिन अब तक नहीं बन पाया है। सरपंच जयन साहू ने बताया कि हर साल बारिश के मौसम में इस नाले के कारण ऐसी समस्याएं आती है।
उन्होंने नाले पर पुल बनाने की मांग करते हुए कहा कि प्रशासन की उदासीनता के कारण आज भी ग्रामीणों को ऐसी दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं, जनपद सीईओ पन्ना लाल धुर्वे ने कहा कि पुलिया निर्माण का अन्य योजना के तहत प्रस्ताव भेजा जाएगा जिससे पुलिया निर्माण कार्य हो जाए ।