हेमंत चंद्राकर का रोते हुए एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें वह कह रहा है कि मैंने किसी से कोई पैसा नहीं लिया है। मैंने तो बिजनेस किया है। मेरे परिवार को जेल में डाल देंगे बोल रहे हैं, डाल दो साहब। हमें मार दो साहब, नहीं जीना है।
वहीं वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व CM भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार का संरक्षण में ये ED की गुंडागर्दी है। ED अब पूरी तरह से गुंडागर्दी पर उतर आई है। कमलछाप बिल्ला लगाकर, कानून के खिलाफ और ED की डर से काम करने वालों का नाम प्रदेश की जनता सब दर्ज कर रही है जानिए क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, कांग्रेस नेता हेमंत चंद्राकर को 29 सितंबर को सुबह 10:30 बजे पूछताछ के लिए रायपुर स्थित ED कार्यालय बुलाया गया था। पूछताछ रात 8:30 बजे तक चली। सभी को जाने दिया, लेकिन मुझे रोक लिया। प्रताड़ित करने के बाद मुझे अगले दिन फिर से आने को कहा गया।
हेमंत चंद्राकर ने बताया कि ED के अधिकारी ने मुझसे जबरन पूर्व CM भूपेश बघेल, विजय भाटिया, रामगोपाल वर्मा, आशीष वर्मा, मंदीप चावला और उनके एजेंट आदित्य अग्रवाल, शास्वत जैन, किशोर चंद्राकर, सतपाल सिं छाबड़ा का नाम लेने को बोला गया। स्वीकार करने बोला कि ये कमीशन के जरिए काम कर रहे हैं।
चंद्राकर ने यह भी कहा कि उनके और उनके परिवार के साथ जानबूझकर प्रताड़ित किया जा रहा है। शिकायत में लिखा गया है कि अधिकारी अवैध तरीके से बयान लेने का प्रयास कर रहे हैं, जो न्यायिक प्रक्रिया के खिलाफ है। पीड़ित ने सिटी कोतवाली पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।