दरअसल, ग्राम रायकेरा में गुरुवार (2 अक्टूबर) को आरोपी बेटा रविशंकर सिदार (26) और रामप्रसाद सिदार उर्फ गरिहा (83) ने हत्या की साजिश रची। फिर शाम को दोनों ने मिलकर घुराउ राम सिदार की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी।
यह होता देख रही बुजुर्ग सुखमेत सिदार ने जब विरोध किया, तो उसे भी गला दबाकर मार डाला। घुराउ राम सिदार शादी के बाद से ससुराल में रह रहा था। उसका एक बेटा और दो बेटियां हैं। सुबह घर में मिली लाश
3 अक्टूबर की सुबह गांव के कोटवार सकिर्तन राठिया ने पुलिस को सूचना दी कि, गांव के घुराउ और सुखमेत का शव घर की परछी में पड़ा है। सूचना मिलते ही एसडीओपी, एफएसएल और घरघोड़ा पुलिस मौके पर पहुंची।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि दोनों की मौत गला दबाने और मारपीट के कारण हुई थी। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का अपराध (धारा 103(1) बीएनएस) दर्ज कर जांच शुरू की।
बेटे ने की थी पिता और नानी की हत्या
जांच के दौरान पुलिस ने मृतक के बेटे रविशंकर सिदार और गांव के ही रामप्रसाद सिदार उर्फ गरिहा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। दोनों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि एनटीपीसी मुआवजा राशि को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसलिए मार डाला। दोनों आरोपी जेल भेजे गए
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल रस्सी बरामद कर लिया है। वहीं, आरोपी रविशंकर सिदार और रामप्रसाद सिदार उर्फ गरिहा निवासी रायकेरा मांझापारा को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।