छत्तीसगढ़ से दक्षिण-पश्चिम मानसून की पूरी तरह विदाई हो गई

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ से दक्षिण-पश्चिम मानसून की पूरी तरह विदाई हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को प्रदेश के किसी भी हिस्से में बारिश दर्ज नहीं की गई।

शुक्रवार को भी मौसम शुष्क रहने की संभावना है, यानी अधिकांश जगहों पर बारिश नहीं होगी। मौसम विभाग ने आज के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया है, जिससे यह स्पष्ट है कि फिलहाल प्रदेश में मौसम के बिगड़ने की आशंका कम है।

हालांकि, मौसम विभाग ने दो दिन बाद कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई है। यानी दीपावली के दिन बारिश हो सकती है, जिससे त्योहार की तैयारियों पर असर पड़ सकता है।

तापमान की बात करें तो बीते 24 घंटे में राजनांदगांव में सबसे अधिक तापमान 33.5 डिग्री सेल्सियस और अंबिकापुर में सबसे कम न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

अक्टूबर में अब तक 109% ज्यादा बरसा पानी

इस बार अक्टूबर में अब तक सामान्य से 85% अधिक बारिश दर्ज की गई है। आमतौर पर 16 अक्टूबर तक राज्य में औसतन 42.7 मिमी वर्षा होती है। लेकिन इस बार अब तक 79.1 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है।

10-12 दिन देरी से लौटा मानसून

मौसम विभाग के मुताबिक, 30 सितंबर तक हुई बारिश को मानसून की बारिश माना जाता है, जबकि इसके बाद की बारिश को ‘पोस्ट मानसून’ यानी मानसून के बाद की बारिश माना जाता है। फिलहाल देशभर से मानसून लौट चुका है।

छत्तीसगढ़ में आमतौर पर 5 अक्टूबर के आसपास सरगुजा की तरफ से मानसून लौटना शुरू होता है, लेकिन इस बार वापसी में देरी हुई। इस बार प्रदेश में मानसून सामान्य से करीब 10-12 दिन देरी से लौटा है।

बलरामपुर में सामान्य से 52% ज्यादा बारिश

प्रदेश में अब तक 1167.4 मिमी औसत बारिश हुई है। बेमेतरा जिले में अब तक 524.5 मिमी पानी बरसा है, जो सामान्य से 50% कम है। अन्य जिलों जैसे बस्तर, राजनांदगांव, रायगढ़ में वर्षा सामान्य के आसपास हुई है। जबकि बलरामपुर में 1520.9 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 52% ज्यादा है। ये आंकड़े 30 सितंबर तक के हैं।

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