
घटनास्थल पर खून के धब्बे और घसीटने के निशान मिलने से स्पष्ट हुआ कि कैलाश की हत्या की गई और सबूत छिपाने के लिए शव डबरी में फेंका गया।
पुलिस ने मृतक के रिश्तेदारों और दोस्तों से पूछताछ की। जांच में पता चला कि घटना की रात कैलाश को जेलपारा निवासी सुरेश यादव उर्फ लल्ला (26 वर्ष) और अजीत कुमार यादव (23 वर्ष) के साथ अंतिम बार देखा गया था। दोस्तों ने हत्या के जुर्म को कबूल किया
पुलिस ने दोनों दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उन्होंने जुर्म कबूल कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मंगलवार रात करीब 9 बजे नराई टिकरा में मृतक कैलाश के साथ रुपए लेन-देन को लेकर गाली-गलौज और विवाद हुआ था। इस विवाद और पुरानी रंजिश के चलते दोनों ने मिलकर कैलाश की हत्या की योजना बनाई।
दोस्तों ने शराब के बहाने बुलाकर किया हमला
चांदमारी क्षेत्र में आरोपी सुरेश और अजीत ने कैलाश को शराब पीने के बहाने बुलाया। उसने आने से पहले वहां उन्होंने लोहे की रॉड का छिपा दिया था। जब कैलाश वहां पहुंचा तो तीनों ने साथ मिलकर शराब पी। इसके बाद पहले से छिपाए लोहे की रॉड से सुरेश ने कैलाश के सिर पर वार कर दिया। वार के बाद कैलाश गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़ा।
सिर पर पेचकस से हमला कर की हत्या, शव डबरी में फेंका
इसके बाद अजीत ने मोटरसाइकिल में रखे पेचकस से कैलाश के सिर पर दो-तीन वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सबूत छिपाने के लिए दोनों आरोपियों ने शव को घसीटकर डबरी में फेंक दिया और लोहे की रॉड, पेचकस के साथ मृतक का मोबाइल खेत में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपियों के बताए स्थान से ये सामान बरामद कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।