
वहीं, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) ने बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर, नागपुर, यलहंका (बेंगलुरु), सुल्तानपुर, हजरत निजामुद्दीन और जयनगर सहित कई प्रमुख रूटों पर भी 4 जोड़ी पूजा स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं। ये ट्रेनें सितंबर से नवंबर 2025 तक अलग-अलग फेरों में संचालित हैं।रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यात्री अपनी सुविधा के अनुसार ऑनलाइन या स्टेशन से आरक्षण करा सकते हैं और आरक्षित बर्थ का लाभ उठा सकते हैं।
छठ के मौके पर यात्रियों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, रायपुर मंडल ने सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
- रायपुर मंडल के नियंत्रण कक्ष और वार रूम से रियल-टाइम मॉनिटरिंग के जरिए ट्रेनों की आवाजाही, भीड़ की स्थिति पर नज़र रखी जा रही है।
- मंडल के प्रमुख स्टेशनों पर अतिरिक्त रेलवे स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है।
- यात्रियों को पंक्तिबद्ध तरीके से ट्रेनों में प्रवेश कराया जा रहा है ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
- सार्वजनिक घोषणा प्रणाली और डिजिटल संकेतक बोर्ड के माध्यम से यात्रियों को समय पर ट्रेनों की जानकारी दी जा रही है।
- आरपीएफ, सिविल डिफेंस और वाणिज्य विभाग की टीमें मिलकर स्टेशन परिसर में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है।
- रायपुर स्टेशन पर कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां यात्रियों की शिकायतों का त्वरित समाधान किया जा रहा है।
- प्रमुख स्टेशनों पर अतिरिक्त बिजली, पेयजल, स्वच्छता और मेडिकल सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई है।
पूजा स्पेशल ट्रेनों में 650 से अधिक सीटें खाली
दीपावली और छठ पूजा पर यात्रियों की सुविधा के लिए SECR ने चार जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं, जो बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर, नागपुर, बेंगलुरु, सुल्तानपुर, निज़ामुद्दीन और जयनगर रूटों पर चलेंगी। ये ट्रेनें सितंबर से नवंबर 2025 तक कई फेरों में संचालित हैं।
18 नवंबर को सबसे अधिक सीटें उपलब्ध हैं, कुल 650 से अधिक खाली सीटें हैं। रेलवे ने बताया कि यात्रियों को ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर कंफर्म सीटें मिलेंगी, जिससे लंबी दूरी की यात्रा आरामदायक होगी। पूजा स्पेशल ट्रेनों का पूरा शेड्यूल और बर्थ की उपलब्धता 22 अक्टूबर 2025 की स्थिति के अनुसार है।