
दरअसल, सीमित खाखा अपने 3 दोस्तों के साथ झारखंड काम करने गया था, जहां से काम के बाद घर लौट आए थे। इसी बीच 17 अक्टूबर की शाम चारों दोस्त बांकीटोली पुलिया के पास इकट्ठा हुए। चारों ने शराब पीने की प्लानिंग की। बांकीटोली पुलिया के पास श्मशान घाट में शराब पी रहे थे।
इस दौरान झारखंड में काम के दौरान कमीशन के पैसों को लेकर बहस शुरू हो गई। विवाद इतना बढ़ा कि 3 दोस्तों ने मिलकर सीमित खाखा को पीटना शुरू कर दिया। इस बीच 3 दोस्तों ने मिलकर खाखा को लोहे के छड़ और चाकू से मारा।
पुलिस के मुताबिक रामजीत राम (25) ने खाखा के सीने में चाकू घोंपा। वहीं वीरेंद्र राम (24) ने लोहे की छड़ से मारा। वह मर्डर के लिए पहले से ही बैग में रखा था। रामजीत राम भी पहले से चाकू छिपाकर रखा था। वहीं साथ में नाबालिग भी था, जिसने मर्डर में साथ दिया। लाश को 400 मीटर दूर लेकर गए, फिर सबूत मिटाने जला दिया
जशपुर ASP अनिल सोनी ने बताया कि मर्डर के बाद रामजीत राम, वीरेंद्र राम और नाबालिग आरोपी खाखा की लाश को मर्डर स्पॉट से 400 मीटर दूर लेकर गए। इस दौरान पहले से साजिश के तहत रखे गए पेट्रोल को खाखा की लाश पर डाला और जला दिया। मौके से आरोपी भाग गए।
जशपुर ASP ने बताया कि 18 अक्टूबर को लाश मिलने की खबर सिटी कोतवाली पुलिस को मिली। बताया गया कि पुराना नगर के तुरीटोंगरी क्षेत्र में एक युवक की अधजली लाश मिली है। पुलिस मौके पर पहुंची।चेहरा और शरीर का अधिकांश हिस्सा जला हुआ था।