
बरमकेला के रहने वाले विष्णु चरण साहू पोते का जन्मदिन मनाने के लिए कैदीमुड़ा मोहल्ला आए थे। यहां आकर उन्होंने छातामुड़ा रोड स्थित अमाया रेस्टोरेंट में टेबल बुक कराया। इसके बाद वे अपने परिजनों के साथ रेस्टोरेंट पहुंचे।
तब बाहर गार्ड ने उसे लूंगी-बनियान और गमछा में देखकर उसे अंदर जाने से मना कर दिया। तब उसने रेस्टोरेंट में टेबल बुक से संबंधित जानकारी दी।
ऐसे में गार्ड ने जैसे-तैसे उसे अंदर जाने दिया और जिस टेबल को बुक कराया गया था, वहां बैठकर जब उन्होंने खाने ऑर्डर दिया, तो वहां रेस्टोरेंट का मैनेजर आ गया।
इसके बाद उसे लूंगी-बनियान में इस तरह रेस्टोरेंट नहीं आने की बात कहते हुए बेइज्जत कर उसे वहां भगा दिया। तब विष्णु चरण रेस्टोरेंट से बाहर आ गया।
इस दौरान मोहल्ले के युवकों को इसकी जानकारी लगी तो काफी संख्या में युवक रेस्टोरेंट के सामने धरने पर बैठ गए और अमाया रेस्टोरेंट के प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जताना शुरू कर दिया। बुजुर्ग से माफी मांगा, तब मामला शांत हुआ
तब मामले की जानकारी जूटमिल पुलिस को लगी, तो पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और युवाओं को समझाइश दी। प्रदर्शनकारी युवकों की मांग थी कि रेस्टोरेंट प्रबंधन बुजुर्ग से माफी मांगे। काफी देर बाद जब रेस्टारेंट प्रबंधन ने माफी मांगी, तो मामला शांत हुआ।
दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए
प्रदर्शन करने पहुंचे सुजीत लहरे ने बताया कि हमारे मोहल्ले के बुजुर्ग ने बकायदा रेस्टोरेंट में टेबल बुक कराया था। अब शुरू से उनका लुंगी और बनियान पहनावा रहा है, तो वे उन्हीं कपड़ों में पहुंचे थे। इस तरह से रेस्टोरेंट में किसी के साथ दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि जब हमको इसकी जानकारी लगी, तो विरोध जताया गया। जिसके बाद रेस्टोरेंट प्रबंधन ने माफी मांगी, तब मामला शांत हुआ।