
बताया जा रहा है कि राहुल के व्यवहार से मिल में काम करने वाले बाकी कर्मचारी काफी परेशान थे। उसने कई बार अपने साथ काम करने वाले मजदूरों से दुर्व्यवहार किया था। कर्मचारियों की शिकायत पर मिल मालिक ने उसके भाई सोनू रजक को काम से निकाल दिया था।
विवाद और फिर मारपीट
इसके बाद सोनू वापस अपने गांव बिहार चला गया, लेकिन राहुल उतई में ही रह गया। 5 नवंबर की रात राहुल अपने कमरे में शराब पी रहा था, तभी आरा मिल के कुछ कर्मचारी वहां पहुंच गए। उनके बीच कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई।
गंभीर हालत में बस स्टैंड में छोड़ा
आरोपियों ने मिलकर राहुल की जमकर पिटाई की और उसे गंभीर हालत में उतई बस स्टैंड के पास छोड़कर फरार हो गए। अगली सुबह यानी 6 नंबर को बस स्टैंड में राहुल का शव मिला। उतई पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। अंदरूनी चोट से हुई मौत
शुरुआती जांच में शरीर पर कोई बाहरी चोट नहीं मिली थी, लेकिन शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि राहुल की मौत अंदरूनी चोटों से हुई। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि राहुल की मौत आरा मिल में साथ काम करने वाले कर्मचारियों की पिटाई से हुई।
5 संदिग्ध से पूछताछ
पुलिस ने इस घटना से जुड़े पांच संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। साथ ही घटना में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मृतक के परिवार को सूचना दे दी गई है।