इसके अलावा छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर हुई कार्रवाई के खिलाफ ED का पुतला दहन भी किया। ED ने भूपेश बघेल के बेटे को भी हिरासत में लिया है, जिसका कांग्रेसियों ने जमकर विरोध किया।
ये है कांग्रेस की मांग
1. मुख्य मार्गों के डिवाइडर पर लगी हुई स्ट्रीट लाइटें लंबे समय से बंद पड़ी हैं। इससे आम नागरिकों को रात में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अंधेरे के कारण दुर्घटनाएं और आपराधिक गतिविधियों की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं।
2. साफ-सफाई को लेकर महापौर और निगम प्रशासन जागरूकता फैलाने फोटो शूट करवा रहे हैं। लेकिन वास्तविक कार्यों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। किसी भी कार्य की सही तरीके से मॉनिटरिंग नहीं की जा रही है। इसलिए वार्डों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। आवारा पशुओं (कुत्ते) को पकड़ने और उनके रख-रखाव की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
3. डेंगू, मलेरिया का प्रकोप फैलने लगा है। निगम ने दवाई छिड़काव को लेकर अब तक कोई पहल नहीं की है। जबकि कांग्रेस पार्षद दल ने नगर निगम आयुक्त एवं जिला मलेरिया अधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा है। नाली सफाई के लिए दी जाने वाली JCB गाड़ियों के वितरण पर भी राजनीतिक भेदभाव किया जा रहा है। जिसमें प्रशासनिक के लोगों की मिलीभगत देखने को मिलती है।
4. नजूल भूमि का सरकार ने पट्टा वितरण किया है। अब वहां रह रहे लोगों को बिजली-पानी के लिए NOC नहीं दी जा रही है। साफ-सफाई के नाम पर छोटे दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। जिससे उनके लिए आजीविका का साधन बंद हो रहा है। इसे रोका जाए, क्योंकि ये न्यायसंगत नहीं है।