मामला सेंट जोन्स स्कूल का है। पीड़ित छात्रा गरिमा बेदी ने बताया कि मार से उसका हाथ सूज गया है। घटना की जानकारी परिजनों को लगी तो वे सीधे स्कूल पहुंच गए। परिजनों ने कहा कि बच्चों को गाय-बैल की तरह मारा है। छात्राएं स्कूल जाने से डर रही हैं।
मामले की शिकायत चाइल्ड लाइन और जिला शिक्षा अधिकारी से की गई। परिजनों ने आरोपी टीचर पर कार्रवाई की मांग की है। वहीं स्कूल के प्रिंसिपल पीटर खेस ने परिजनों से माफी मांगी है। फिलहाल, पुलिस में घटना की शिकायत नहीं की गई है।
रफ कॉपी में नोट्स लिखने से हुई नाराज
सेंट जोन्स हायर सेकेंडरी स्कूल अंबिकापुर के नवापारा में स्थित है। जहां 31 जुलाई को 11वीं की केमेस्ट्री की क्लास निर्मला मैडम ले रही थी। क्लास में 15 से ज्यादा छात्राएं मौजूद थी। तभी टीचर ने छात्राओं को नोट्स लिखने को कहा।
इनमें कुछ छात्राएं रफ में लिखने लगी, जब निर्मला मैडम ने कॉपी चेक की तो वो नाराज हुई। स्कूल में आसपास बांस की लकड़ी पड़ी हुई थी। वहीं से एक लकड़ी उठा लाई और 15 छात्राओं के हाथ और पीठ पर खूब मारा। इससे कुछ छात्राओं के हाथ में सूजन आ गई है। कुछ के पीठ पर निशान बन गए।
स्कूल जाने से डर रही छात्राएं
इनमें एक पीड़ित छात्रा गरिमा बेदी के हाथ में सूजन आ गई थी। उसने घर आकर अपने परिजनों को जानकारी दी और अगले दिन स्कूल जाने से मना कर दिया। वहीं दूसरे पीड़ित के परिजन ने बताया कि उनकी बच्ची स्कूल जाने से मना कर रही है।
परिजनों ने कहा कि आज के समय में ऐसी मारपीट कहा तक सही है। RTE एक्ट 2009 के तहत बच्चों को मारपीट करना, उन्हें मानसिक या शारीरिक दंड देना गलत है। ऐसे टीचर पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।