छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में निषाद (केवट) ने समाज एक परिवार को बहिष्कृत कर दिया

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में निषाद (केवट) ने समाज एक परिवार को बहिष्कृत कर दिया है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि उन्हें समाज में वापस शामिल करने के लिए 50 हजार रुपए की मांग कर रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। यह मामला डभरा थना क्षेत्र का है।

दरअसल, लक्ष्मी निषाद अपने दो बेटों के साथ ग्राम सकराली में रही है। जो कि पति अभयराम निषाद की मौत हो चुकी है। पीड़ित परिवार के मुताबिक, अभयराम के हिस्से की भूमि को समाज के कुछ सदस्यों ने बिना पारिवारिक बंटवारे के 14 लाख रुपए में बेच दिया।

जमीन बेचने का विरोध करने पर समाज से किया बहिष्कृत

जब उन्होंने इसका विरोध किया और अपना हिस्सा मांगा, तो गांव के कुछ समाज पदाधिकारियों ने बैठक कर उन्हें रोटी-बेटी, खानपान और सामाजिक संबंधों से बहिष्कृत कर दिया। लक्ष्मी निषाद ने बताया कि इन लोगों ने समाज की बैठकें बुलाकर उन्हें बार-बार अपमानित किया है।

इन लोगों पर लगाया प्रताड़ना का आरोप

उन्होंने 21 जुलाई 2025 को डभरा थाने में भी दर्ज कराई गई थी। लेकिन लगभग दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसे में पूरा परिवार मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से परेशान है।

शिकायत में गजानंद निषाद, शिवलाल निषाद, निरंजन निषाद, समारू निषाद, गोरे लाल निषाद, छोटूराम निषाद सहित अन्य पर धमकी देने और सामाजिक प्रताड़ना करने का आरोप लगाया गया है।

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