दरअसल, रविवार-सोमवार की रात किसान बलराम गोटी के आंगन में एक तेंदुआ मुर्गियों का शिकार करने पहुंचा। उसने कुछ मुर्गियों का शिकार भी किया। लेकिन लौटते समय बाउंड्री फांदने के दौरान तार में फंस गया। ग्रामीणों के अनुसार तेंदुआ 4 दिनों से आसपास घूम रहा था। लेपर्ड के पकड़े जाने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली है।
सुबह आंगन में तेंदुआ देख सहम उठा परिवार
सोमवार सुबह करीब 5.30 बजे जब बलराम गोटी का परिवार सोकर उठा तो उन्होंने अपने आंगन में तेंदुए को फंसा देखा। यह देख परिजन घबरा गए और उन्होंने घर का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। तुरंत फोन के माध्यम से गांववालों को सूचना दी गई। जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो तेंदुआ को देख वे भी दहशत में आ गए। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई।
तेंदुए को भगाने की कोशिश, फिर मांगी गई मदद
ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। शुरुआत में तेंदुए को भगाने की कोशिश की गई। लेकिन वो लोहे के तार में बुरी तरह फंसा हुआ था। जब उसे निकालना मुश्किल हो गया तो बालोद वन विभाग ने रायपुर जंगल सफारी के साथ-साथ धमतरी और कांकेर जिले की टीमों से संपर्क कर रेस्क्यू के लिए बुलाया।