रायपुर। छत्तीसगढ़ का पहला साइबर थाना रायपुर रेंज में गंज थाना परिसर में खोला जा रहा है। 10 अगस्त को उद्घाटन किया जाएगा। उद्घाटन वर्चुअली रूप से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे। रायपुर के अलावा पांच और जिलों के साइबर थाने का उद्घाटन किया जाएगा। इसके लिए साइबर थाना यूनिट का गठन कर दिया गया है। एक थानेदार के साथ 13 पुलिस कर्मचारियों की पोस्टिंग की गई है। निरीक्षक समेत सभी स्टाफ आइटी एक्ट से जुड़े मामलों में सीधे शिकायत लेने के बाद कार्रवाई यहीं से करेंगे। धोखाधड़ी की धारा के तहत अपराध की जगह अब आइटी एक्ट के तहत अपराध कायम किया जाएगा।
साइबर सेल में ही पदस्थ निरीक्षक गौरव तिवारी को प्रभारी बनाया गया है। निरीक्षक गौरव तिवारी के अंडर में एक एएसआइ समेत 13 पुलिसकर्मी शामिल रहेंगे। इन्हीं की अगवाई में साइबर एक्ट से जुड़े मामलों में छानबीन की कार्रवाई होगी। शुरुआत में जो आइटी एक्ट से जुड़े हैं, उन पर कार्रवाई करने के लिए सिस्टम बनाया जाएगा। रेंज साइबर थाने के लिए जितने भी पुलिस स्टाफ का चयन किया गया है, वे सभी आइटी एक्ट के केस में पहले से काम कर रहे हैं।
साइबर यूनिट खुद करेगी कार्रवाई
आइटी एक्ट के मामलों में कार्रवाई और धरपकड़ का सिस्टम बनाया गया है। टीम खूद विवेचना करेगी। इसके बाद अपराध दर्ज कर कार्रवाई करेगी। आनलाइन साइबर फ्राड के मामले में रुपयों का ट्रांजेक्शन रुकवाने से लेकर ठगों की गिरफ्तारी का जिम्मा साइबर सेल यूनिट के पास ही होगा। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल के नए आदेश के बाद बनी व्यवस्था में नोडल अधिकारी डीएसपी रैंक के अफसर को बनाया गया है।
इनकी पहली पोस्टिंग
निरीक्षक गौरव तिवारी, एएसआइ मो. कय्यूम, प्रधान आरक्षक चंद्रकुमार ध्रुव, अनिल पांडे, आरक्षक जसवंत सोनी, आलम बेग, रामेश्वर सिंहा, दीपक ठाकुर, राजेश कुमार चौहान, रंजीत पिल्लई, राजकुमार देवांगन, अभिषेक सिंह और प्रीतम जंघेल शामिल हैं।