रायपुर. आरक्षण संशोधन विधेयक पर सीएम भूपेश का बड़ा बयान सामने आया है. सीएम बघेल ने कहा, विधानसभा से राज्यपाल का विधिक सलाहकार बड़ा हो गया है. राज्यपाल लगातार हस्ताक्षर नहीं करने का बहाना ढूंढ रही हैं. जिस प्रकार से वैधानिक संस्थाओं को कमजोर और नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है, इसका यह जीता जागता उदाहरण है.
आगे सीएम बघेल ने कहा, प्रदेश की पौने तीन करोड़ जनता के हितों का ध्यान रखते हुवे मैंने राज्यपाल का ईगो सैटिसफाइड हो जाए इसलिए उनके सवालों का जवाब दिया गया. सारे अधिकारी इसके विरोध में थे, क्योंकि संविधान में ऐसी ऐसी व्यवस्था नहीं है.अब राज्यपाल कहती हैं परीक्षण कराऊंगी.
इतना ही नहीं सीएम बघेल ने यह भी कहा कि, विधिक सलाहकार को खोजना पड़ेगा, जो विधानसभा से बड़ा हो गया. हाईकोर्ट, सुप्रीमकोर्ट परीक्षण करते हैं. विधिक सलाहकार परीक्षण करेंगे यह बेहद दुर्भाग्य है. इसके विरोध में कांग्रेस 3 जनवरी को महारैली करेगी.
छत्तीसगढ़ में आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस ने 3 जनवरी को महारैली करने का निर्णय लिया है। 2 दिसंबर को विधानसभा के विशेष सत्र में संशोधन विधेयक पारित होने के बाद अब तक राज्यपाल अनुसुइया उइके ने दस्तखत नहीं किया है। महारैली के जरिए कांग्रेस और राजभवन के आमने सामने आने के आसार हैं। बता दें कि छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के एक धड़े ने 27 दिसंबर को राजभवन घेराव का ऐलान किया है।