रायपुर। नवा रायपुर में मुख्यमंत्री आवास का निर्माण कार्य तीव्र गति से जारी है। कार्य मई तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री निवास का कार्य 85 प्रतिशत से अधिक पूर्ण कर लिया गया है। राज्य में विधानसभा चुनाव के पांच-छह महीने पहले ही मुख्यमंत्री आवास पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा। चुनाव से छह महीने पूर्व मुख्यमंत्री नए सीएम हाउस में गृह प्रवेश कर लेंगे। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद नवा रायपुर में सीएम हाउस शिफ्टिंग की घोषणा की थी। 2019 में प्रोजेक्ट का भूमिपूजन किया गया था।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के मुताबिक मुख्यमंत्री भवन की डिजाइनिंग, रेन वाटर हार्वोस्टिंग, सोलर सिस्टम, सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। आवास के चारों तरफ वाच टावर के साथ ही बाड़ेबंदी और दीवार के ऊपर कंटीली तारों का जाल बिछाया जा चुका है। दीवार के बाहर की तरफ विशेष गार्डनिंग की जा रही है। लोक निर्माण विभाग ने पुणे की एक कंपनी को निर्माण कार्य का जिम्मा सौंपा है। इधर, राजभवन के कार्य में अभी एक वर्ष का और समय लगने की संभावना है। मुख्यमंत्री निवास के साथ ही मंत्रियों और अफसरों के बंगले भी पूर्णता की ओर है।
सरकार ने क्षेत्रफल व बजट कम किया
नवा रायपुर में इससे पहले भाजपा सरकार ने 16 एकड़ क्षेत्रफल में 81 करोड़ रुपये की लागत से सीएम हाउस की योजना तैयार की थी। कांग्रेस ने पूर्व सरकार पर कई आरोप लगाए थे, जिसके बाद फिजूलखर्ची को रोकने के लिए क्षेत्रफल के साथ बजट भी कम किया गया।
मुख्यमंत्री, राजभवन, मंत्रियों व अफसरों के बंगलों का क्षेत्रफल- 56 एकड़, सेक्टर-24, कुल लागत- 505 करोड़ रुपये, वर्तमान में खर्च हुई राशि- 335 करोड़ रुपये, मुख्यमंत्री निवास का क्षेत्रफल- सात एकड़, कुल लागत- 60 करोड़, राजभवन का क्षेत्रफल-14 एकड़, कुल लागत-90 करोड़, मंत्रियों व अफसरों के कुल बंगले- 164
विशेषताओं वाला होगा सीएम हाउस
मुख्यमंत्री निवास में यह खास-जनदर्शन, जनचौपाल, हेल्थ सेंटर, लाइब्रेरी, छह बेडरूम, फैमिली लिविंग रूम, प्राइवेट थियेटर, सर्विस क्वार्टर रूम आदि होंगे।
केके पिपरी ईएनसी, लोक निर्माण विभाग का कहना है कि मुख्यमंत्री निवास का कार्य मई महीने तक पूरा कर लिया जाएगा। मंत्रियों व वरिष्ठ अधिकारियों के बंगलों का निर्माण कार्य भी तेजी से जारी है।