सीएम बघेल का आरोपः केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ में फ़ोन टेपिंग करा रही है, अगला नंबर छत्तीसगढ़ का है, पर हम डरेंगे नहीं

Chhattisgarh Crimes

रायपुर. नई दिल्ली में अग्निपथ योजना और राहुल गांधी से ईडी के अनवरत पूछताछ के विरोध में पूरे देश से कांग्रेस विधायकों को दिल्ली तलब किया जा रहा है। देर शाम तक छत्तीसगढ़ के सभी 71 विधायकों की संख्या दिल्ली में पूरी हो जाएगी। इन विधायकों को लेकर अंतिम क्षण तक केवल पहुँचने और आगामी विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के निर्देश के साथ आगामी आदेश का इंतज़ार करने कहा गया है।बताया गया है कि यह निर्देश सीधे मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से कल देर शाम जारी हुए।

सीएम बघेल, मंत्री सिंहदेव, पीसीसी चीफ़ मरकाम समेत कई दिग्गज हिरासत में विधायकों के आने का सिलसिला जारी है, और छत्तीसगढ़ के सभी विधायक देर शाम तक दिल्ली पहुँच जाएँगे।इनसे अलग प्रदेश के सारे वरिष्ठ नेता दिल्ली में ही हैं। इनमें पीसीसी चीफ़ मोहन मरकाम, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री टी एस सिंहदेव, मंत्री अमरजीत भगत समेत छत्तीसगढ़ से सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, दीपक बैज और संगठन से जुड़े वरिष्ठ लोगों को पुलिस ने अलग अलग जगहों से हिरासत में लिया। सीएम बघेल को तब हिरासत में लिया गया जबकि वे पैदल ईडी कार्यालय की ओर निकले थे। पीसीसी चीफ़ मोहन मरकाम, मंत्री टी एस सिंहदेव बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय समेत अन्य दिग्गजों को बसंत कुंज थाना परिसर में रखा गया है। देर शाम इन सबको छोड़ दिया जाएगा।

सीएम भूपेश बघेल ईडी कार्यालय की ओर बढ़ने से रोके जाने के दौरान सड़क पर धरने पर बैठ गए। इसी दौरान उन्होंने मीडिया से कहा“हमारा पहला मुद्दा ये है कि ‘अग्निपथ’ को वापस लिया जाए क्योंकि ये देश के हित में नहीं है,कल ‘अग्निपथ’ के मुद्दे पर मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी और वेणु गोपाल के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी के कुल 7 सदस्य राष्ट्रपति से मिलने गए थे। दूसरा मुद्दा है कि राहुल गांधी को परेशान किया जा रहा है। वो किसानों, नौजवानों, महंगाई, बेरोज़गारी और केंद्र सरकार के भ्रष्टाचार की बात करते हैं, इसलिए उनसे 5 दिन से पूछताछ हो रही है। उनका साथ देने वाले कार्यकर्ताओं की पीठ पर लाठियां बरसाई जा रही हैं।”

“राजस्थान में अशोक गहलोत जी के भाई के यहाँ CBI भेजी गयी, अब छत्तीसगढ़ में भी फोन टेपिंग की जानकारी मिल रही है.लेकिन हम डरने वाले नहीं”