रायपुर। रविवार को भाजपा नेता नए आरोपों के साथ सामने आए। सांसद संतोष पांडेय और पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल ने कांग्रेस द्वारा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम भेंट मुलाकात को सेट मुलाकात बताया। दावा किया कि इस कार्यक्रम में जो युवा मुख्यमंत्री से सवाल पूछते हैं, उन्हें सवाल पहले ही दिए जाते हैं, अलग-अलग कॉलेजों को भीड़ जुटाने की व्यवस्था करने का जिम्मा दिया जाता है। इसके बाद कार्यक्रम में युवाओं के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है।
सांसद ने दावा किया कि कांग्रेस को युवाओं की कोई चिंता नहीं है। युवाओं से लोकलुभावन वादे कर उन्हें ठगने का काम किया गया। कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ। घोषणापत्र में कांग्रेस ने कहा था कि 10 लाख बेरोजगार युवाओं को 2500 बेरोजगारी भत्ता देंगे। सरकार बनी तो बेरोजगारी भत्ता देने के नियम पर अनेक शर्तें लगा दी गई। वैसे तो 10 लाख युवाओं का 2500 के हिसाब से अब तक साल में 15 हजार करोड रुपए देना बनता है। मगर बजट में सिर्फ 250 करोड रुपए का प्रावधान करके युवाओं के साथ छल किया जा रहा है।
प्रदेश में 18 लाख बेरोजगारों का पंजीयन था। बावजूद इसके 0.1% बेरोजगारी दर बताकर सरकार ने युवाओं को गुमराह करने का काम किया। खुलासा हुआ जब 93 पदों की भर्ती चपरासी पद पर निकली और 2 लाख से ज्यादा लोग फॉर्म भरने पहुंच गए।
सांसद ने प्रदेश सरकार के मंत्री उमेश पटेल को गायब मंत्री बताया। उन्होंने कहा कि मंत्री विधानसभा में खुद कबूल चुके हैं कि आउटसोर्सिंग बंद नहीं की गई है, इस वादे में भी कांग्रेस ने युवाओं को छलने का काम किया है।
सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि पिछले दिनों सामने आए कई आपराधिक मामलों में कांग्रेस के युवा नेता शामिल रहे हैं। कांग्रेस को चाहिए कि अपने इन बिगड़े हुए युवा नेताओं को ट्रेनिंग दे। यह कांग्रेसी युवा जमीन हड़पने महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने जैसे मामलों में शामिल रहे हैं। फिर चाहे शेरू असलम हो, या अन्य नेता।
सांसद ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता के साथ जिस तरह से दुर्व्यवहार कांग्रेस ने किया। युवाओं के साथ जो छल किया। इसका जवाब आने वाले चुनाव में युवा कांग्रेस को देंगे।