कोरोना के खतरनाक XBB.1.5 वैरिएंट की भारत में एंट्री, गुजरात में पहला केस मिला

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वॉशिंगटन। अमेरिका में कोरोना का नया वैरिएंट XBB.1.5 मिला है जो दूसरे वैरिएंट की तुलना में बेहद खतरनाक है। चीनी मूल के अमेरिकी हेल्थ ​​​एक्सपर्ट एरिक फेगल डिंग ने कहा है कि यह पिछले BQ.1 वैरिएंट से 120 गुना ज्यादा तेजी से संक्रमण फैलाता है। चिंता की बात यह है कि इस वैरिएंट की एंट्री अब भारत में हो गई है। गुजरात में भी इस वैरिएंट का एक मामला सामने आया है।

डिंग ने कहा है कि XBB.1.5 कोरोना का एक सुपर वैरिएंट है। इसके चलते लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की दर लगातार बढ़ रही है। डिंग ने कहा है कि एक साइंटिस्ट ने न्यूयॉर्क में फैल रहे इस वैरिएंट के मॉडल की स्टडी की है। यह पहले के तमाम वैरिएंट्स के मुकाबले तेजी से इंसान के इम्यून सिस्टम को चकमा देने माहिर है।

स्टडी में सामने आए नए वैरिएंट की तीन खास बातें

  • XBB.1.5 कोरोना का ‘सुपर वैरिएंट’ है। BQ.1 जितने लोगों को 26 दिन में संक्रमित कर रहा था XBB.1.5 उतने लोगों को 17 दिन के भीतर संक्रमित कर रहा है।
  • इसकी R वैल्यू यानी रीप्रोडक्शन वैल्यू BQ.1 से ज्यादा है। R वैल्यू से पता चलता है कि कोरोना से इन्फेक्टेड एक व्यक्ति से कितने लोग संक्रमित हो रहे हैं या हो सकते हैं।
  • XBB.1.5 क्रिसमस से पहले BQ.1 के मुकाबले 108% की रफ्तार से फैल रहा था। क्रिसमस के बाद यह रफ्तार बढ़कर 120% हो गई है

दिसंबर में नए वैरिएंट से संक्रमण के मामले 40% बढ़े

  • हेल्थ एक्सपर्ट एरिक ने दावा किया है कि CDC ने पिछले 2 हफ्तों में XBB.1.5 वैरिएंट के सही आंकड़े जारी नहीं किए। उन्होंने एक के बाद एक 17 ट्वीट करके आरोप लगाया कि चीन की तरह ही अमेरिका भी कोरोना के नए वैरिएंट का डेटा छिपा रहा है।
  • डिंग ने अमेरिका के डिजीज कंट्रोल सेंटर के कुछ आंकड़ों की फोटो शेयर की हैं। उनके मुताबिक कोरोना के ये आंकड़ें CDC ने रिलीज नहीं किए थे। एरिक ने दावा किया कि सेंटर ने नए वैरिएंट से जुड़े मामलों में एकदम 1% से 40% तक का उछाल दिखा दिया। अमेरिका में दिसंबर के महीने में इस नए कोरोना वैरिएंट के मामलों में 40% की बढ़ोतरी दर्ज हुई है।

अक्टूबर में फैलना शुरू कर चुका था XBB.1.5

एक्सपर्ट ने कहा XBB.1.5 सब वैरिएंट अमेरिका में ही पैदा हुआ है। जो सिंगापुर में मिले XBB वैरिएंट से 96% तेजी से फैलता है। उनके मुताबिक इस नए कोरोना वैरिएंट ने न्यूयॉर्क में अक्टूबर में ही फैलना शुरू कर दिया था।

हेल्थ एक्सपर्ट ने चेतावनी दी है कि नए वैरिएंट के बाद अस्पताल में कोरोना मरीजों के भर्ती होने की दर में जल्दी कम नहीं आएगी। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि नया वैरिएंट ओमिक्रॉन की तरह नहीं है बल्कि ये एक स्पेशल रिकोंबिनेशन है। जो पहले ही म्यूटेट कर चुके यानी रूप बदल चुके दो कोरोना वैरिएंट से मिलकर बना है।

न्यूयॉर्क समेत कई अमेरिकी शहरों में तेजी से फैल रहा XBB.1.5
अमेरिका के कई शहरों में XBB.1.5 वैरिएंट ने दूसरे वैरिएंट्स पर हावी होना शुरू कर दिया है। कनेक्टिकट शहर, अमेरिका के न्यू इंग्लैंड में भी इसके मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहां भी इसके कारण अस्पताल में भर्ती होने की दर बढ़ी है।