चालान में 40 फीसदी कमीशन की बात
पेश किए गए चालान में बताया गया है कि घोटाला करने के लिए दस्तावेजों में हेराफेरी कर अपने करीबी ठेकेदारों को उपकृत किया जाता था। इसके एवज में 40 फीसदी कमीशन लिया जाता था। अवैध वसूली की राशि की बंदरबांट होती थी। इस खेल में शामिल 9 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। इस समय प्रकरण की जांच चल रही है। बता दें कि प्रकरण की विशेष न्यायाधीश की अदालत में वर्चुअल सुनवाई हुई। अब इस प्रकरण की अगली सुनवाई 23 अगस्त को होगी।
अभियोजन स्वीकृति मांगी
डीएमएफ घोटाले में जेल भेजी गई रानू साहू के खिलाफ दर्ज किए गए प्रकरण में केंद्र सरकार से अभियोजन स्वीकृति मांगी गई है। इसी तरह राज्य सेवा के अधिकारी सौम्या चौरसिया, माया वारियर, भुनेश्वर सिंह राज, भरोसाराम ठाकुर, वीरेन्द्र राठौर एवं राधेश्याम मिर्झा के प्रकरण में राज्य सरकार से अभियोजन स्वीकृति के लिए पत्र लिखा है।