शिकार करने से पहले ही शिकारियों को वन विभाग की टीम ने धर दबोचा

शिकार के लिए बिछाए गए जी आई तार सहित 5 शिकारी रंगे हाथों पकड़े गए

वन विभाग के गस्ती अभियान से वन अपराधियों में दहशत का माहौल

Chhattisgarh Crimes

कसडोल । वन्य प्राणियों के शिकार के लिए बिछाए गए जी आई तार सहित 5 शिकारियों को शिकार करने से पहले वन विभाग की टीम ने धर दबोचा । सभी आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत कार्यवाही की जा रही है । शिकार करने से पहले ही वन विभाग के कर्मचारियों की सजगता से शिकारियों के पकड़े जाने से वन अपराधियों में दहशत का माहौल है ।

वन मण्डलाधिकारी के आर बढ़ई ,उप वन मण्डलाधि – कारी विनोद सिंह ठाकुर के दिशा निर्देश पर वन परिक्षेत्र अर्जुनी के रेन्जर संतोष चौहान के कुशल नेतृत्व में वन विभाग की टीम वन क्षेत्र की सतत एवं सघन गस्त कर रहे हैं, जिससे वनोपज की अवैध कटाई एवं वन्य प्राणियों के शिकार की घटनाओं को रोका जा सके । वन विभाग के टीम द्वारा सघन गस्ती अभियान चलाए जाने से 20 जुलाई को शाम करीब तीन बजे वन रक्षक चन्द्रभूवन मनहरे ने ग्राम महराजी निवासी लोखुराम पिता भोजराम साहू को गिरौदपुरी मन्दिर के मुख्य द्वार के पास मोटरसाइकिल होण्डा एक्टिवा क्र सी जी 11 – ए एस – 7389 से बांस पिका ( करील ) को बेचने के लिए ले जाते हुए पकड़ा और उसके खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम 1927 के विभिन्न धाराओं के तहत कार्यवाही की गई तथा मोटरसाइकिल को जप्त कर लिया गया है । इसी प्रकार अर्जुनी परिक्षेत्र के ही वन विभाग के टीम की मुस्तैदी एवं सघन गस्ती अभियान के दौरान ग्राम बिलारी ( ज ) जंगल के 5 शिकारियों को वन्य प्राणियों के शिकार के लिए बिछाए गए जी आई तार को समेटते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया ।

वन परिक्षेत्र अधिकारी संतोष चौहान ने बताया कि वन्य प्राणियों के शिकार के लिए बिछाए गए हाई वोल्टेज करेन्ट से वन्य प्राणियों के अलावा आसपास के ग्रामीणों या पशुओं के चपेट में आने से कोई गम्भीर घटना घटित हो सकती थी इसलिए ग्राम बिलारी ( ज ) निवासी नल कुमार पिता दासो निषाद (31 ), राम चन्द्र पिता चेतन बरिहा ( 24 ) , शान्ति लाल पिता रहस लाल निषाद ( 31) , श्याम लाल पिता दुकालू निषाद ( 31 ) , राजकुमार पिता अंत राम निषाद ( 36 ) , को 20750 कि ग्राम जी आई तार , लोहे का कट्टा , 17 नग दवाई की छोटी शीशी के साथ पकड़ा गया । इन सभी आरोपियों के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम 1972 एवं वन्य जीव ( संरक्षण ) संशोधन अधिनियम 2002 के धारा 9 , 50 ,51 के तहत पी ओ आर क्रमांक 15585 / 03 दिनांक 20 /07/ 2021 अपराध कायम कर विवेचना प्रारम्भ कर दिया है । इस मामले में वनपाल संत राम ठाकुर , वन रक्षकों गोविन्द राम निषाद , हरि राम साहू , प्रेम चन्द घृतलहरे एवं सुरक्षा श्रमिकों का विशेष योगदान रहा ।अर्जुनी वन परिक्षेत्र के कर्मचारियों द्वारा चलाए जा रहे सतत गस्ती अभियान एवं अपराधियों को घटना को अंजाम देने से पहले पकड़ लिए जाने से वन अपराधियों में हड़कम्प मच गया है एवं उनमें दहशत का माहौल बना हुआ है ।