चर्चित IPS अफसर परमवीर सिंह समेत 32 पुलिसकर्मियों पर FIR दर्ज

Chhattisgarh Crimes

मुंबई। मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह पर एक पुलिस निरीक्षक स्तर के अधिकारी ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, जिसके आधार पर महाराष्ट्र पुलिस ने उनके खिलाफ प्राथमिकी ( FIR) दर्ज की है। बुधवार देर रात सिंह के खिलाफ मुंबई पुलिस के ही एक इंस्पेक्टर बीआर घडगे की शिकायत पर एससी-एसटी ऐक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई। घडगे ने हाल ही में मुख्यमंत्री और गृहंत्री को चिट्ठी लिख परमबीर सिंह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। अब इन आरोपों को लेकर परमबीर सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। परबमीर सिंह के साथ ही 32 अन्य पुलिसकर्मियों पर भी एफआईआर की गई है।

अकोला पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात घडगे महार समुदाय से आते हैं, जो कि पिछड़ी जाति की श्रेणी में है। घडगे ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि उन्होंने साल 2013 में परमबीर सिंह के कुछ अवैध आदेशों को नहीं माना था। उन्होंने कहा कि सिंह उस समय कल्याण नगरपालिका मामले में परमबीर सिंह ने उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए दूसरों के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा ताकि उन्हें परेशान किया जा सके। घडगे का आरोप है कि सिंह ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह पिछड़ी जाति से ताल्लुक रखते हैं।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि यह पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह, डीसीपी पराग मनेरे और 32 अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ विदर्भ के अकोला में दर्ज की गई है।अकोला की शहर कोतवाली पुलिस ने आपराधिक षड्यंत्र,साक्ष्यों को नष्ट करने संबंधी विभिन्न धाराओं तथा अनूसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण अधिनियम) 1989 की धाराओं के तहत पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि अकोला पुलिस ने कोतवाली थाने में जीरो एफआईआर (अपराध चाहे जिस इलाके में हुआ हो, लेकिन प्राथमिकी किसी भी पुलिस थाने में दर्ज करने का माध्यम) दर्ज की है और इसे ठाणे शहर की पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया है।