नक्सली कमांडर वेल्ला की कंपनी और सुरक्षा बलों के बीच आधे घंटे फायरिंग, कमजोर पड़े तो भागे, सामान बरामद

Chhattisgarh Crimes

बीजापुर. छत्तीसगढ़ में माओवादियों के गढ़ बीजापुर में गंगालूर इलाके में शनिवार को सुबह सुरक्षा बलों और नक्सलियों की कंपनी नंबर-2 की बीच आधे घंटे तक फायरिंग हुई. हालांकि सुरक्षा बलों के आगे नक्सली टिक नहीं सके और जंगल-पहाड़ की आड़ लेकर भागने में कामयाब हो गए. मौके से नक्सलियों के कुछ सामान बरामद हुए हैं. वहीं, खून के धब्बों के आधार पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि नक्सलियों के कुछ साथियों को गोली लगी है, जिन्हें वे उठाकर ले गए.

आज सुबह गंगालूर क्षेत्र के सावनार जंगल क्षेत्र में नक्सलियों के पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) कंपनी नंबर-02 के कमांडर वेल्ला और उसकी टीम की मौजूदगी की सूचना मिली थी. इसके आधार पर बीजापुर डीआरजी, एसटीएफ और सीआरपीएफ की 85वीं बटालियन के जवान सर्चिंग के लिए निकले थे. गंगालूर के गांव पालनार, सावनार और कोरचोली की ओर सर्च ऑपरेशन के दौरान सुबह करीब 9 बजे सुरक्षा बलों पर वेल्ला और उसके साथियों ने फायरिंग शुरू की. सुरक्षा बल के जवान भी पूरी तरह सावधान थे. उनकी ओर से भी जवाबी फायरिंग की गई.

करीब आधे घंटे तक दोनों ओर से गोलियां चलती रही. जब नक्सली कमजोर साबित हुए तो जंगल-पहाड़ियों से छिपकर फरार हो गए. फायरिंग में सुरक्षा बलों में से किसी को नुकसान नहीं हुआ है. हालांकि नक्सली जिस तरफ से फायरिंग कर रहे थे, उधर सर्चिंग में वर्दी, पिट्ठू, दैनिक उपयोग के सामान आदि बरामद हुए. मौके पर खून के धब्बे भी दिखाई दे रहे थे. इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि दो-तीन नक्सली घायल हुए हैं. उन्हें साथी उठाकर ले गए.