रायपुर। प्रदेश में आम जनता की सुविधा, बेहतर पुलिसिंग और आपराधिक प्रकरणों के त्वरित निराकरण के लिए नए पुलिस रेंजों का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश में बेहतर कानून एवं व्यवस्था की दृष्टि पुराने पुलिस रेंजों का पुनर्गठन करते हुए नए पुलिस रेंज गठित किए गए है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर DGP अशोक जुनेजा ने राज्य में छत्तीसगढ़ पुलिस में पुलिस रेंज का पुनगर्ठन किया है। पुलिस रेंज के पुनर्गठन से जहां आम जनता को सुविधा होगी वहीं बेहतर पुलिसिंग, अपराधों की रोकथाम, आपराधिक प्रकरणों के त्वरित निराकरण और बेहतर कानून एवं व्यवस्था में काफी मदद मिलेगी।
रेंजों के पुनर्गठन में रायपुर रेंज को दो भागों में विभक्त किया गया है। रायपुर रेंज में जिला रायपुर रहेगा। इसी तरह रायपुर ग्रामीण रेंज में धमतरी, महासमुंद, गरियाबंद तथा बलौदा बाजार- भाटापारा जिला को शामिल किया गया है। दुर्ग रेंज में जिला दुर्ग, बेमेतरा तथा बालोद रहेंगे। राजनांदगांव रेंज में जिला राजनांदगांव, कबीरधाम, खैरागढ़-छुई खदान-गंडई तथा मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी को शामिल किया गया है।
बिलासपुर रेंज में जिला बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, रायगढ़, सारंगढ़-बिलाईगढ़, जांजगीर-चांपा, सक्ति, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही तथा जशपुर रहेंगे। बिलासपुर रेंज आईजी के अधीन डीआईजी रायगढ़ रहेंगे। डीआईजी रायगढ़ के अंतर्गत जिला रायगढ़, सक्ति तथा जशपुर रहेंगे।
सरगुजा रेंज में जिला सरगुजा,कोरिया,सूरजपुर, बलरामपुर-रामानुजगंज तथा एमसीबी रहेंगे। बस्तर रेंज में जिला बस्तर, कांकेर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर तथा सुकमा रहेंगे। आई जी बस्तर के अधीन 2 डीआईजी रहेंगे। डीआईजी दंतेवाडा के अंतर्गत जिला दंतेवाड़ा, सुकमा तथा बीजापुर जिले रहेंगे। डीआईजी कांकेर के अंतर्गत जिला कांकेर, नारायणपुर तथा कोंडागांव रहेंगे।
वहीँ, DGP अशोक जुनेजा ने बीते शुक्रवार को प्रदेश के सभी पुलिस महानिरीक्षकों एवं पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव-2023 की सुरक्षा व्यवस्था, नशीले पदार्थों, अवैध शराब, जुआं-सट्टा, ऑनलाईन गेम्बलिंग एवं गुण्डा बदमाशों के विरूद्ध कार्यवाही की रेंजवार समीक्षा की गयी एवं इसके विरूद्ध सख्त व प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिये । पुलिस महानिदेशक द्वारा अभ्यस्त अपराधियों को सूचीबद्ध करने, उनके विरूद्ध रासुका तथा जिला बदर के तहत कार्यवाही करने, वारंटियों के विरूद्ध अभियान चला कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
DGP द्वारा चिटफण्ड कंपनियों के विरूद्ध की जा रही कार्यवाही की समीक्षा की गयी एवं पुलिस महानिरीक्षकों को निर्देशित किया गया कि अभियोजन शाखाओं एवं जिला कलेक्टरों से समन्वय स्थापित कर निवेशकों की धन वापसी के लिये लगातार प्रभावी कार्यवाही करें। आगामी चुनाव को देखते हुए प्रदेश के सभी मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा व संचार व्यवस्था की समीक्षा की गयी एवं सीमावर्ती जिलों के समकक्ष अधिकारियों से बैठक हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक द्वय हिमांशु गुप्ता एवं प्रदीप गुप्ता, पुलिस महानिरीक्षकगण अजय यादव, आनंद छाबड़ा, पी. सुंदरराज, सुशील द्विवेदी, बीएन मीणा, अंकित गर्ग, संजीव शुक्ला, राहुल भगत, आरिफ शेख, रामगोपाल गर्ग भी उपस्थित रहे।