छत्तीसगढ़ के 100 अस्पतालों में आज से बुजुर्गों को लगेगा टीका

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। कोरोना टीकाकरण का तीसरा फेज एक मार्च से शुरू हो रहा है। इस चरण में 45 से 59 साल के ऐसे लोगों को टीका लगाया जाएगा जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। साथ ही 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को भी यह टीका लगाया जाना है। छत्तीसगढ़ में 100 अस्पतालों को इस चरण के टीकाकरण के लिए चुना गया है। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने बताया कि टीकाकरण के पहले सप्ताह में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से जुड़े प्रदेश के 40 निजी अस्पतालों को वैक्सीनेशन के लिए चुना गया है। प्रत्येक जिले में जिला अस्पताल, यहां मेडिकल कॉलेज हैं वहां मेडिकल कॉलेज और एक अतिरिक्त सरकारी स्वास्थ्य केंद्र को शासकीय सुविधा केंद्र के रूप में चुना गया है। सरकारी अस्पतालों में यह टीका नि:शुल्क होगा। लेकिन निजी अस्पतालों में इसके लिए 250 रुपये देने होंगे। 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की संख्या 60 लाख के करीब मानी जा रही है। गंभीर रूप से बीमार 45 वर्ष से 59 वर्ष तक के लोगों का सरकार के पास कोई पुख्ता अनुमान नहीं है।

पंजीयन के लिए इन दस्तावेजों की जरूरत होगी

टीका लगाने के इच्छुक व्यक्तियों को अपने साथ फोटोयुक्त पहचानपत्र लाना होगा। इसमें आधार कार्ड, निर्वाचक पहचान पत्र, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, ठढफ कार्ड, फोटो लगा पेंशन दस्तावेज शामिल है। 45 वर्ष से 59 वर्ष के आयु समूह के लोगों को गंभीर बीमारी का प्रमाण पत्र (पंजीकृत डॉक्टर से हस्ताक्षरित) लाना होगा।

30 लाख लोगों को लगाए जाएंगे टीके

स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने अम्बिकापुर स्थित अपने निवास कार्यालय से आॅनलाइन पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने पत्रकार वार्ता में प्रदेश में 60 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों और 45 वर्ष से 59 वर्ष के बीच के कोमोरबीडिटी पीड़ितों के कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम की जानकारी दी। श्री सिंहदेव ने बताया कि शासकीय अस्पतालों के साथ ही ये टीके निजी अस्पतालों में भी लगाए जाएंगे। प्रारंभिक स्तर पर अभी 100 टीकाकारण केंद्र बनाए गए हैं जिनमें 60 सरकारी और 40 निजी क्षेत्र के अस्पताल हैं। इस चरण में प्रदेश की कुल आबादी के दस प्रतिशत यानि करीब 30 लाख लोगों को टीके लगाए जाएंगे।